सेना बहाली में समस्तीपुर के 4342 युवकों ने दिखाया दमखम
सेना बहाली के तीसरे दिन चक्कर मैदान में बुधवार को समस्तीपुर जिले के 4342 युवकों ने सोल्जर जीडी व सोल्जर क्लर्क पद के लिए दमखम दिखाया।
मुजफ्फरपुर। सेना बहाली के तीसरे दिन चक्कर मैदान में बुधवार को समस्तीपुर जिले के 4342 युवकों ने सोल्जर जीडी व सोल्जर क्लर्क पद के लिए दमखम दिखाया। प्रमाणपत्रों व लंबाई की जाच के बाद अभ्यर्थियों को फायरिंग एरिया से मार्शलिंग एरिया तक लाया गया। उन्हें 250-250 के बैच में बाटकर बारी-बारी से दौड़ाया गया। 282 ने दौड़ में बाजी मारी।
कुहासे के कारण बहाली की प्रक्रिया विलंब से शुरू हुई। सेना की वर्दी पहने की चाहत लिए आए अभ्यर्थियों को ठंड से कड़ी चुनौती मिली। बावजूद उनका उत्साह एवं धैर्य काबिले तारीफ रहा। रात के ढाई बजे से अभ्यर्थियों को इंट्री दी गई। कुहासे की वजह से इनकी जांच रुकी रही। नौ बजे के बाद जब मौसम साफ हुआ तो उनका एडमिट कार्ड व रफ हाइट चेक शुरू हुआ। इसके बाद दौड़ शुरू हुई।
फर्जी आवासीय प्रमाणपत्र के साथ दो धराए
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर निवासी महेश यादव एवं रवि कुमार ने सेना बहाली के दौरान अधिकारियों की आंख में धूल झोंकने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। दस्तावेजों की जांच के दौरान दोनों जाली आवासीय प्रमाणपत्र के साथ पकड़े गए। उन्होंने समस्तीपुर के शाहपुर पटोरी का आवासीय प्रमाणपत्र बनवा रखा था। पकड़े गए दोनों युवक दौड़, बीम, लंबाई आदि जांच परीक्षा को पार कर चुके थे। दस्तावेजों की जांच के दौरान उनकी चोरी पकड़ी गई। पूछताछ के दौरान अधिकारियों को उन पर शंका हुई। बाद में दोनों युवकों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली। उन्होंने बताया कि तीन-तीन हजार में एक दलाल से उन्होंने आवासीय प्रमाणपत्र बनवाया था। बाद में उनकी बहाली को रद करते हुए छोड़ दिया गया।
बहाली में दलालों के सक्रियता की खुली पोल
सेना बहाली में दलालों की सक्रियता का खुलासा हुआ। पकड़े गए उत्तर प्रदेश के दोनों युवाओं ने बताया कि कुणाल नामक व्यक्ति ने उनसे मिलकर बहाली के लिए तीन लाख रुपये की मांग की थी। दलाल के संपर्क से ही उनका आवासीय प्रमाणपत्र बना था।
किसी के झांसे में न आएं युवा
एआरओ मुजफ्फरपुर के निदेशक कर्नल विक्रम सिंह गोधरा ने कहा कि बहाली में आए युवा किसी के बहकावे या झांसे में न आएं। वे अपनी प्रतिभा पर भरोसा करें। उन्होंने कहा कि बहाली की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी एवं सख्त निगरानी में हो रही है। कोई चाहकर भी झांसा नहीं दे सकता।