कूड़े छांटकर दें अन्यथा नहीं लेंगे सफाईकर्मी
घर व दुकानों से निकलने वाले कूड़े को उपयोगी बनाया जाएगा।
मुजफ्फरपुर । शहर को स्वच्छ, स्वस्थ एवं समृद्ध बनाने के लिए लोगों के सहयोग से घर व दुकानों से निकलने वाले कूड़े को उपयोगी बनाया जाएगा। शहरवासियों को तीन रंगों के हरे, नीले व लाल कूड़ेदान दिए जाएंगे। ताकि घरों से निकलने वाले गीले, सूखे व हानिकारक कचरे को अलग-अलग जमा किया जा सके। कूड़े को छांटने की जिम्मेवारी गृहस्वामी की होगी। बगैर छंटे कूड़े को निगम के सफाईकर्मी नहीं लेंगे। पहले चरण में इस अभियान से अंचल एक व दो के अंतर्गत आने वाले एक दर्जन वार्डो को जोड़ा गया है।
सिटी सेनिटेशन प्लान के तहत सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट (सीएसई) व इंडियन टोबैको कंपनी (आइटीसी) की संयुक्त टीम ने मंगलवार को नगर निगम ऑडिटोरियम में दोनों अंचल के वार्ड जमादारों व सफाईकर्मियों को प्रशिक्षण दिया। अभियान के तहत सफाईकर्मी न सिर्फ घर-घर से कूड़े जमा करेंगे, बल्कि लोगों को इसके लिए जागरूक भी करेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए नगर आयुक्त ने कहा कि शहरवासियों को तीन रंग के कूड़ेदान दिए जाएंगे। हरे रंग के कूड़ेदान में गीले कूड़े यथा प्राकृतिक तरीके से सड़नशील कूड़े डाले जाएंगे। जबकि, नीले रंग के कूड़ेदान में सूखे कूड़े यथा प्लास्टिक, पानी की बोतल, पॉलीथिन, पेपर आदि जमा किए जाएंगे। वहीं लाल रंग के कूड़ेदान में हानिकारक कूड़े यथा इंजेक्शन, पुरानी व एक्सपायर्ड दवाइयां, सेनेटरी नैपकीन, बैंडेज आदि जमा किए जाएंगे। सफाईकर्मी प्रतिदिन हर घर से छंटे हुए कूड़े को संग्रहित करेंगे। निगम गीले कूड़े से खाद तैयार करेगा। सूखे कूड़े को रीसाइकिलिंग कर फिर से उपयोग लायक बनाएगा। हानिकारक कूड़े को नष्ट करेगा। प्रशिक्षण देने वाले दल में सीएसई की प्रोग्राम मैनेजर स्वाती सिंह, सांबियाल, रिसर्च एसोसिएट की अमृता भटनागर, आइटीसी के मोहन के अलावा विश्वा व शशि पंडित शामिल थे। संचालन सिटी मैनेजर रविश चंद्र वर्मा ने किया।