'तेरा कीया मीठा लागे, हर नाम पदारथ नानक मांगे ..'
'तेरा कीया मीठा लागे, हर नाम पदारथ नानक मांगे ..'।
मुजफ्फरपुर। 'तेरा कीया मीठा लागे, हर नाम पदारथ नानक मांगे ..'। गुरु अरजन देवजी महाराज के शहीदी पर्व पर रमना स्थित गुरुद्वारा में भक्ति रस की धारा बही। शबद गान एवं भजन कीर्तन ने माहौल भक्तिमय रहा। सुबह में अखंड पाठ का समापन हुआ। सतेंद्र पाल कौर उर्फ मिंटी सोहल ने पाठ का समापन किया। गुरु की शरबत भी राहगीरों को पिलाई गई। रागी जत्था सुरजन सिंह चौहान ने गुरु की वाणी का कीर्तन किया। महिलाओं में मंजीत कौर व सतिनाम कौर ने गुरु की वाणी का गायन किया। बच्चों के बीच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें गुरुजी से संबंधित सवाल पूछे गए। मौके पर गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह, सचिव सरदार गुरजीत सिंह साई जी, कोषाध्यक्ष पंजाब सिंह, परमेश्वर सिंह खालसा, सुरजीत सिंह, कुलविंदर सिंह, जितेंद्र सिंह, रंजीत सिंह, मंजीत कौर गांधी, गुरप्रीत कौर, सतनाम कौर, रुबींद्र कौर गंभीर आदि मौजूद थे। इधर, मोतीझील में खालसा ड्रेसेज के पास भी सतेंद्र पाल सिंह एवं तेजपाल सिंह द्वारा गुरु की शरबत लोगों को पिलाई गई।
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इनसेट :
उस प्रभु का स्मरण करो जिनका स्वरूप एक, मगर रंग अनेक
मुजफ्फरपुर : गुरु अरजन देव जी महाराज उस प्रभू के सिमरन करने का पैगाम देते हैं, जिनका स्वरूप एक मगर रंग अनेक है। उनका कहना था कि साधु की संगत में आकर ईश्वर की वंदना करो। जिससे आपको सच्चा सुख, शांति एवं सहज आनंद की प्राप्ति होगी। गोबिंद का गुण गान और नाम रूपी अमृत का पान करो। इससे नरकों से छुटकारा मिलेगा और जीवात्मा का उद्धार होगा। हृदय में सिर्फ एक प्रभु का सुमिरन करो। वो परमेश्वर जीवों का प्रतिपालन करने वाला, जीवों को अपने अंदर धारण करने वाला दामोदर तथा दीनों पर दया करने वाला है। दुखों का समूल नाश करने वाला पूर्ण कृपालु है। प्रभु का नाम बार-बार स्मरण करो, यही आत्मा का पूर्ण एवं वास्तविक आधार है। समस्त सुख ईश्वर में ही समाहित है।