एस्सेल के खिलाफ भड़का जनाक्रोश, कार्यालय में ताला बंद
बिजली कंपनी एस्सेल की बढ़ती मनमानी के खिलाफ सोमवार को जनाक्रोश भड़क उठा।
मुजफ्फरपुर । बिजली कंपनी एस्सेल की बढ़ती मनमानी के खिलाफ सोमवार को जनाक्रोश भड़क उठा। सैकड़ों की संख्या में जुटे लोगों ने कार्यालय के मेन गेट में ताला बंद कर एस्सेल के खिलाफ प्रदर्शन व नारेबाजी की। आंदोलन का नेतृत्व करने वालों में अजय पांडेय, सुधीर ठाकुर, एम. राजू नैयर, अनय राज शामिल थे। इनके साथ काफी संख्या में लोगों ने एस्सेल के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया। दोपहर 12 बजे तालाबंद कर कामकाज ठप करा दिया गया। मेन गेट पर लोग बैठ कर एस्सेल के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। शाम चार बजे के करीब एस्सेल के बिजनेस हेड तारिक अनवर से समझौता होने के बाद धरना समाप्त हुआ। बिजनेस हेड ने आश्वासन दिया कि 15 दिनों में उपभोक्ताओं की शिकायत को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इससे पूर्व अजय पांडेय ने कहा कि मनमाना बिल भेजने से जनता त्रस्त है। शिकायत करने पर भी सुधार नहीं किया जाता है। अगर 15 दिनों में सुधार नहीं किया गया तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा। सुधीर ठाकुर ने कहा कि विजिलेंस रेड के नाम पर जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। आम जनता की समस्या से एस्सेल को कोई फर्क नहीं पड़ रहा।
एम. राजू नैयर ने कहा कि एस्सेल जनता का शोषण करने में जुटी है। बिजली की किल्लत से जनता परेशान है। समस्या सुधारने के नाम पर पैसा ऐंठा जा रहा। अनय राज ने कहा कि एस्सेल की लापरवाही से कई लोगों की जान जा चुकी है।
आंदोलन व तालाबंदी की घोषणा पर एस्सेल कार्यालय में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे। तालाबंदी के दौरान पुलिस बल से लोगों की धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने कार्यालय में तालाबंद करने का विरोध किया। जिसके बाद सभी मेन गेट में ताला बंद कर वहीं पर बैठ गए।
धरना प्रदर्शन में संतोष कुमार, मो. अयूब, नीरा देवी, मो. फूल बाबू, मो. जाहिद, डॉ. अनिल, मो. अजहर, सौरभ कुमार, दिलजीत गुप्ता, सुमित्रा देवी, रंजन कुमार, राजीव कुमार झा, जूली खातून, जेबैया खातून, हदीस आलम और बलराम तिवारी शामिल थे।