ट्रक से दबकर अधेड़ की मौत पर बवाल; भीड़ की पुलिस से झड़प, आगजनी
बिहार के मुजफ्फरपुर में रविवार की सुबह ट्रक से दबकर एक अधेड़ की मौत हो गई। इसके बाद बवाल भड़क गया। भीड़ ने सड़क जाम कर आगजनी की।
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के आमगोला ओवरब्रिज के पास ओवर टेक करने में अनियंत्रित बालू लदे ट्रक ने एक व्यक्ति को रौंद दिया। जबकि पांच लोग जख्मी हो गए।
घटना रविवार की सुबह साढ़े छह बजे की है। मृतक पड़ाव पोखर निवासी योगेंद्र पंडित थे। घायलों में राम अयोध्या सिंह, चाय दुकानदार प्रमोद साह की पत्नी व अन्य शामिल हैं। इधर, घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा।
हरिसभा चौक के पास आमगोला ओवरब्रिज पर बालू लदे ट्रक को आग के हवाले कर दिया। एक दर्जन से अधिक वाहनों में तोडफ़ोड़ की। पुलिस के साथ हाथापाई की। रोड़ेबाजी कर गश्ती दल को खदेड़ दिया। बीच सड़क पर टायर जला और बांस-बल्ले से ओवरब्रिज को घेर कर जाम कर दिया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। वे मुआवजे व बड़े वाहनों के शहर के चलाने की रोक की मांग कर रहे थे।
स्थिति अनियंत्रित होने की सूचना पर एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार, नगर डीएसपी आशीष आनंद, मुशहरी बीडीओ सहित कई थाने की पुलिस पहुंची। एसडीओ ने मृतक के परिजन को कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार, पारिवारिक लाभ योजना के बीस हजार, वृद्धा पेंशन, इंश्योरेंस क्लेम व प्रावधान के अनुसार अन्य सहायता देने की घोषणा की। तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।
टहलकर लौटने के क्रम में घटी घटना
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि योगेंद्र पंडित सुबह टहलकर लौट रहे थे। आमगोला ओवरब्रिज के पास राम अयोध्या सिंह से मुलाकात हो गई। सड़क से दो-तीन मीटर हटकर किनारे बात करने लगे। अघोरिया बाजार की तरफ से हरिसभा चौक की ओर एक ट्रैक्टर व दो बालू लदा ट्रक जा रहा था।
इसी बीच पीछे वाला ट्रक ने तेज गति से ओवरटेक करते हुए आगे निकला। जिससे दूसरे ट्रक के चालक का नियंत्रण खो दिया। इसे देखकर राम अयोध्या सिंह भागो-भागो चिल्लाते हुए दौड़ पड़े। जब तक योगेंद्र पंडित कुछ समझते तब तक ट्रक ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
पांच मीटर तक घसीटाते रहे योगेंद्र
ट्रक योगेंद्र पंडित को कुचलते हुए 11 हजार केवी के ट्रांसफॉर्मर लगे विद्युत पोल में टक्कर मार दी। इस दौरान करीब पांच मीटर तक योगेंद्र पंडित ट्रक में फंसकर घसीटाते रहे, जिससे उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। वहीं राम अयोध्या सिंह के हाथ व कंधे में चोट लग गई। वहीं विद्युत पोल से सटे प्रमोद साह की चाय दुकान भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। उनकी पत्नी का हाथ टूट गया। धक्का मारने के बाद चालक ट्रक को छोड़कर भाग निकला।
ट्रक को खदेड़कर रोका, किया आग के हवाले
दूसरे ट्रक को भागते देख कुछ लोग डंडा लेकर दौड़ पड़े तो कुछ बाइक से पीछा किया। हरिसभा चौक के पास ओवरब्रिज पर ही ट्रक को रोक दिया। तोडफ़ोड़ करने लगे। उसे आग के हवाले कर दिया। इसके बाद दर्जनभर ट्रक, ऑटो सहित अन्य वाहनों में तोडफ़ोड़ की। इससे कुछ समय के लिए अफरातफरी मच गई। राहगीर इधर-उधर भागने लगे। दुकानों के शटर गिरने लगे। कुछ ही देर में ट्रक धूं-धूंकर पूरी तरह जल गया। करीब आधा घंटा बाद फायर बिग्रेड की गाडिय़ां पहुंची। तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका।
पुलिस को देखते ही हुए आक्रोशित
घटना के कुछ देर बाद काजी मोहम्मदपुर थाने की गश्ती दल वहां पहुंची। उसे देखते ही लोग आक्रोशित हो गए। पुलिस प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे। समझाने पहुंची पुलिस के तेवर देखकर वे और आक्रोशित हो गए। बकझक के साथ हाथा-पाई करने लगे। पत्थर चलाना शुरू कर दिया। महिलाएं हाथ में डंडा लेकर सड़क पर निकल आईं। लोगों के आक्रोश को देख पुलिस लौटने लगी। इसके बाद आक्रोशितों ने पुलिस को करीब आधा किमी तक खदेड़ दिया। पुलिस पदाधिकारी व जवानों को जान बचाकर भागना पड़ा।
जमकर किया हंगामा, राहगीरों से नोकझोंक
इसके बाद लोगों ने बीच सड़क पर टायर जला व बांस-बल्ले से जाम कर दिया। पुलिस पर पैसे लेकर बड़े वाहनों को शहर में प्रवेश कराने का आरोप लगाकर विरोध में नारेबाजी करने लगे। कहा कि सिर्फ बाइक सवारों व ऑटो वाले पर ही पुलिसवाले धौंस दिखाते हैं। बड़े वाहनों से पैसे लेकर उसे शहरी क्षेत्र में प्रवेश करने दिया जाता है। वे भीड़-भाड़ वाले इलाके में तेज गति से वाहनों को चलाते है। उसे कोई नहीं रोकता। वहीं जाम के दौरान राहगीरों से भी प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक हुई।
दो क्रेन की सहायता से निकाला गया शव
करीब छह घंटे तक ट्रक में शव फंसा रहा। सुबह साढ़े 11 बजे दो क्रेन को लाया गया। इसके बाद ट्रक में फंसे शव को निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई। दोपहर करीब साढे बारह बजे उसे निकालकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया। इसके बाद जाम खत्म हुआ और आवागमन चालू हो सका।