अंकित हत्याकांड के अनुसंधान पर परिजनों ने उठाया सवाल
अहियापुर थाना के शेखपुर निवासी इंजीनियर अंकित कुमार को अगवा कर हत्या में अब तक वैशाली पुलिस के अनुसंधान पर परिजनों ने सवाल उठाया है। पुलिस के रवैये से जेल गए आरोपियों को जमानत मिल गई।
मुजफ्फरपुर। अहियापुर थाना के शेखपुर निवासी इंजीनियर अंकित कुमार को अगवा कर हत्या में अब तक वैशाली पुलिस के अनुसंधान पर परिजनों ने सवाल उठाया है। पुलिस के रवैये से जेल गए आरोपियों को जमानत मिल गई। परिजनों ने सोमवार को शहर के सरैयागंज स्थित नवयुवक समिति सभागार में संवाददाता सम्मेलन में पूरे वाकया व अपनी पीड़ा से अवगत कराया।
मां मीरा झा ने आरोप लगाया कि अब तो आरोपी घर पहुंच कर धमकी देने लगे हैं, लेकिन वैशाली पुलिस बस अनुसंधान जारी रखने की बात कह कर पल्ला झाड़ रही है।
अंकित की बहन मधु पांडेय ने बताया कि पिछले साल 27 दिसंबर को अंकित घर से निकला तो वापस नहीं लौटा। बाद में वैशाली जिला के राजापाकड़ थाना क्षेत्र में हत्या कर फेंका गया उसका शव बरामद हुआ। पुलिस ने इस मामले में उसके मकान में किराएदार प्रभात कुमार व रामजी पटेल को आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया था। पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ तक नहीं की। जिस नृशंस तरीके से उसके भाई की हत्या की गई उसमें कम से कम चार से पांच हत्यारे से कम नहीं रहे होंगे। लेकिन पुलिस मात्र दो की गिरफ्तारी के बाद से ही चुप बैठ गई। मामले की तह तक पहुंच कर हत्यारों को सामने लाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। मामले को एडीजी तक ले जाया गया लेकिन कोई कार्रवाई अब तक नहीं हो पाई। अब तो आरोपियों के भय से घर से बाहर निकलना तक मुश्किल है। इस बीच उसके भाई की पत्नी ने लाखों की जमीन बेच दी। इसे खरीदने वाले लोग भी संदिग्ध लोग ही है। संवाददाता सम्मेलन में अंकित की मां मीरा झा के अलावा भाई राजीव कुमार भी उपस्थित थे।