गैर बराबरी को मिटाने में आगे आएं अधिवक्ता
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि आजादी की लड़ाई में अधिवक्ताओं की अहम भूमिका रही है।
मुजफ्फरपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि आजादी की लड़ाई में अधिवक्ताओं की अहम भूमिका रही है। इसके बाद भी समाज में गैर बराबरी कायम है। इसे मिटाने के लिए उन्हें आगे आना होगा। उन्होंने अपील की कम से कम समाज को एक घंटा जरूर दें। वे गुरुवार को प्रगतिशील अधिवक्ता मंच के नौंवे वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्य विषय था 'भारत में आजादी के पूर्व व बाद में अधिवक्ताओं की भूमिका'। प्रेस क्लब सभागार में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष अशेश्वर राय व संचालन महासचिव मणिकांत गुप्ता ने किया। कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.रघुवंश प्रसाद सिंह, चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह में महात्मा गांधी की प्रतिमूर्ति बने प्रो.भोजनंदन प्रसाद सिंह, स्टेट बार काउंसिल पटना के डॉ.शशि किशोर व जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल किशोर प्रसाद सिन्हा ने संयुक्त रूप से किया।
मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. भोजनंदन प्रसाद सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी के सुझाए गए सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक सपनों का भारत बनाए। देश की आजादी वकीलों ने दिलाई। इसलिए इनकी भूमिका कभी कम नहीं होगी। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल किशोर प्रसाद सिन्हा ने कहा कि वकीलों का इतिहास संघर्ष पूर्ण रहा है। स्टेट बार काउंसिल के सदस्य उमेश प्रसाद सिंह, बैद्यनाथ सहनी, उमेश कुमार, कृष्णदेव साह, मणिकांत गुप्ता, प्रभात कुमार सिन्हा, अजय कुमार राय, अंगद राय, संजीव पासवान, कमलेश्वर महतो, विनोद साह, श्यामसुंदर राय, रघुनाथ राय, प्रेम कुमार पंकज, दिलीप कुशवाहा, कृष्ण कुमार राय, संजीव कुमार यादव, सुबोध कुमार राय, जयचंद्र सिंह, राजेश राय, घनश्याम ठाकुर, मनोज राय, ललित कुमार सिंह, अभिमन्यु यादव, डा. विनोद प्रसाद, सुधीर पटेल, सूरज कुमार व समाजसेवी मल्लू बाबू ने भी संबोधित किया।