एड्स पीड़ित बच्चों को दवा का संकट, हंगामा
एसकेएमसीएच परिसर स्थित एआरटी केंद्र पर इलाज व दवा से परेशान दर्जनों मरीज व उनके परिजनों ने मंगलवार को हंगामा किया।
मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच परिसर स्थित एआरटी केंद्र पर इलाज व दवा से परेशान दर्जनों मरीज व उनके परिजनों ने मंगलवार को हंगामा किया। इलाज के लिए घंटों प्रतीक्षा व पीड़ित बच्चे को व्यस्क की दवा से डोज कम कर देने से लोग आक्रोशित थे। एक तो रोग, दूजा दवा के लिए परेशानी से रंज मरीज व परिजन सरकार को कोस रहे थे। लोगों का कहना था कि लगता है कि सरकार ही कंगाल हो गई है। एआरटी केंद्र बदहाल है, पर इस ओर किसी का ध्यान नहीं।
मालूम हो कि एसकेएमसीएच के एआरटी केंद्र पर एड्स पीड़ित बच्चों को दी जाने वाली प्रमुख दवा खत्म हो चुकी है। व्यस्क मरीजों को दी जाने वाली दवा का खुराक कम कर बच्चों को दिया जा रहा है। इससे काफी परेशानी हो रही है। बच्चों को दवा का सही डोज नही मिल पाने व दवा की अनियमितता से रोग कम होने की बजाय बढ़ने की प्रबल आशंका जताई जा रही है। केंद्र पर मात्र एक चिकित्सक के होने से इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। उधर, एआरटी केंद्र के चिकित्सक से लेकर कर्मी तक इस संबंध में कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं।
दवा की अनियमितता से खतरा
चिकित्सक की मानें तो एड्स मरीजों को नियमित दवा नहीं मिलने से वायरस की संख्या तेजी से बढ़ती है और वह अन्य बीमारियों की भी चपेट में आ जाता है। साथ ही पूर्व से ले रहे दवा का प्रभाव भी खत्म हो जाएगा। इसके बाद दूसरे पंक्ति की दवा लेनी मजबूरी हो जाएगी।