पटरी से उतरी शहर की सफाई, लगने लगे कूड़े के ढेर
मुजफ्फरपुर। शहर की सफाई पटरी से उतर गई है और नगर निगम का सिस्टम ध्वस्त। इसका प्रभाव शहर की सड़कों एव
मुजफ्फरपुर। शहर की सफाई पटरी से उतर गई है और नगर निगम का सिस्टम ध्वस्त। इसका प्रभाव शहर की सड़कों एवं गलियों में कूड़े के ढेर के रूप में दिखने लगा है। निगम की सफाई व्यवस्था किसके जिम्मे है, यह बताने वाला कोई नहीं। निगरानी तंत्र का भी कहीं अता-पता नहीं। जनता की बात छोड़ दें, वार्ड पार्षद अपनी शिकायत को लेकर भटक रहे हैं। हालत यहां तक पहुंच गई है कि पार्षदों तक की नहीं सुनी जा रही है।
इसकी गवाह हैं वार्ड 14 की पार्षद प्रेमा शर्मा। उनके वार्ड से कूड़े का उठाव नहीं हो रहा। वार्ड के डंपिंग स्थल पर कूड़े का अंबार लगा है। वह प्रतिदिन वार्ड के एकमात्र डंपिंग स्थल से एक टेलर कूड़ा उठाने का अनुरोध लेकर भटक रही हैं, पर उनकी नहीं सुनी जा रही। वहीं, सोमवार को शहर के मुख्य वार्ड 26 एवं 27 में एक भी टै्रक्टर नहीं गया। अंचल निरीक्षक इसके लिए भटकते रहे। मोतीझील एवं वार्ड वार्ड 24 से कूड़े का उठाव नहीं हुआ। पार्षद त्रिभुवन राय ने पता किया तो ट्रैक्टर के खराब होने की सूचना मिली। उन्होंने इसकी जानकारी बहलखाना प्रभारी एवं सिटी मैनेजर को दी। पर, दूसरी गाड़ी नहीं आई। वार्ड में कई स्थानों पर कूड़े का अंबार लग गया है।
वार्ड 35 की पार्षद आभा रंजन अलग परेशान हैं। उनके वार्ड में एलआइसी का जोनल कार्यालय है। कार्यालय से निगम को भारी आय होती है। पर, वहां से कूड़े का उठाव नहीं हो रहा है, जबकि पूर्व नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने वहां से नियमित कूड़े के उठाव का निर्देश दिया था। ये कुछ उदाहरण हैं, ऐसी हालात निगम के अधिकांश वार्डो की है।
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संसाधनों को नहीं हो रहा समुचित उपयोग
वर्तमान में निगम के पास संसाधनों की कमी नहीं। सफाई के लिए निगम के पास अपने 36 टै्रक्टर हैं। आठ भाड़ा पर भी हैं और 15 नए खरीदे गए हैं। इसके अलावा तीन जेसीबी एवं एक काम्पेक्टर भी है। लेकिन इन उपकरणों का समुचित उपयोग नहीं किया जा रहा है। निगम के पास पर्याप्त टै्रक्टर रहने के बाद भी भाड़े पर ट्रैक्टर रखने को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में वाहन होने के बाद भी सफाई व्यवस्था ध्वस्त होने है।
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यह गंभीर मामला है। सफाई कार्य में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। यदि कार्य प्रभावित हुआ तो इसके लिए नगर आयुक्त, नगर प्रबंधक एवं सफाई प्रभारी जिम्मेवारी होंगे। वे जल्द ही इसकी समीक्षा करेंगी।
-वर्षा सिंह, महापौर