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नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला धराया

मुजफ्फरपुर : नगर थाना क्षेत्र के चंदवारा बांके साह चौक इलाके में सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी

By Edited By: Published: Tue, 26 Apr 2016 01:27 AM (IST)Updated: Tue, 26 Apr 2016 01:27 AM (IST)
नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला धराया

मुजफ्फरपुर : नगर थाना क्षेत्र के चंदवारा बांके साह चौक इलाके में सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले बड़े गिरोह के मास्टर माइंड को स्थानीय लोगों के सहयोग से पुलिस ने सोमवार को धर दबोचा। उग्र लोगों ने उसके घर का घेराव कर आरोपी की जमकर धुनाई कर दी। मौके पर पहुंची नगर थाने की पुलिस ने आरोपी को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने उसके कमरे से कई तरह के कागजात, आईकार्ड व मुहर समेत अन्य सामान बरामद किए हैं। पूछताछ में उसकी पहचान मो. इमरान के रूप में हुई है।

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रहता था पुलिस वालों के साथ

पता चला कि उसने जिले में तैनात 2009 बैच के कई थानेदारों के साथ दोस्ती कर रखी थी। कई बार तो उसे पुलिस वाले के साथ किसी घटना के वक्त देखा भी गया है। यहां तक कि कई वरीय पुलिस अधिकारियों का भी वह नाम बेच रहा था। पुलिस के संरक्षण पर वह लोगों को धमकी देता था। इस तरह की शिकायत लोग थाने पर कर रहे थे।

समाहरणालय में कार्यरत थे पिता

पुलिस पूछताछ में इमरान ने बताया कि उसके पिता समाहरणालय में कार्यरत थे। रिटायर्ड हो चुके हैं। अपने को साइबर एक्सपर्ट बताने वाला इमरान मोहल्ले के लोगों को पुलिस ऑफिस के साइबर सेल में कार्यरत बताकर ठगी का काम कर रहा था। गिरफ्तारी की जानकारी मिलने के बाद उसकी शिकार कई महिला व पुरुष थाने में आ धमके। सभी उसे सजा दिलाने की मांग कर रहे थे।

वीआइपी वाहन दिखाता था इमरान

मोहल्ले के लोगों को दिखाने के लिए वह वीआइपी वाहन से घर पर आता-जाता था। कई बार तो उस पर लाल व पीली बत्ती लगी होती थी। इस कारण इलाके के लोग उसे भाव दे रहे थे। लेकिन लोगों को क्या पता कि वह ठगी का काम कर रहा है। ठगी का शिकार बनीं महिलाओं समेत कई लोग रोते हुए पीड़ा सुनाने लगे। किसी ने कहा कि सूद पर पैसे लेकर बेटे व बेटी को नौकरी दिलाने के लिए पैसा दिया था। इसका साइन किया हुआ एग्रीमेंट व चेक भी है। ठगी के शिकार लोग एक साल से काफी परेशान थे।

बीपीएससी, खादी ग्रामोद्योग समेत कई विभागों का दे चुका एडमिट कार्ड

मुजफ्फरपुर : ठगी का शिकार बने लोगों ने पुलिस को बताया कि बीपीएससी, खादी ग्रामोद्योग विभाग समेत कई विभागों के फार्म भरवाए थे। नौकरी पक्की होने की बात पर दर्जनों लोगों से एडवांस ले लिया। कई को एडमिट कार्ड भी दे दिया। लेकिन जब एक साल बाद भी नौकरी नहीं मिली तो लोगों को उस पर संदेह होने लगा। अंत में सोमवार की शाम में एकजुट होकर लोग उसके घर पर आ धमके। ठगी के शिकार लोगों में मो. बबलू, मो. शाकिब, मो. अकबर, रबिया खातून, रुकसार, समीर सिद्दीकी समेत कई अन्य शामिल हैं। देर रात तक इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने की कवायद चल रही थी। वहीं जिला शांति समिति के एक सदस्य समेत कई स्थानीय लोग उसे बचाने में जुटे थे। इस बात की जानकारी जब एसएसपी को मिली तो उन्होंने फौरन डीएसपी को भेजकर कार्रवाई का आदेश दिया।

ठगी के शिकार लोगों कीशिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया गया है। रैकेट में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान कर उसपर कार्रवाई की जाएगी।

-विवेक कुमार, एसएसपी


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