रिपोर्ट में मुशहरी का कोई गांव बाढ़ग्रस्त नहीं
मुशहरी (मुजफ्फरपुर), संस : मुशहरी प्रखंड में बूढ़ी गंडक ने किनारे बसे गांवों में तबाही मचा रखी है।
मुशहरी (मुजफ्फरपुर), संस :
मुशहरी प्रखंड में बूढ़ी गंडक ने किनारे बसे गांवों में तबाही मचा रखी है। सैकड़ों घरों में पानी घुसा हुआ है और लोग बेहाल हैं। लेकिन प्रशासन की नजर में प्रखंड के किसी गांव में बाढ़ का असर नहीें है। सीओ की ओर से आपदा प्रबंधन विभाग को भेजी जा रही रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है। इसे लेकर बाढ़पीड़ितों में भारी आक्रोश है। विदित है कि मुशहरी अंचल के शेखपुर, बड़ा जगन्नाथ पंचायत के अंश नाजीरपुर, रजवाड़ा भगवान, पीर महमदपुर, रौशनपुर चक्की, चक सलेम, धोबहंा, छोटी कोठियां, बुधनगरा राघो, मानिकपुर तथा डुमरी पंचायत के वार्ड संख्या दो में आंशिक, वार्ड पांच में आंशिक, वार्ड छ: में पूरा वहीं वार्ड 9 और 10 पूरी तरह बाढ़ प्रभावित है। ये सभी गांव नदी की तलहटी में बसे हैं। मंगलवार को सीओ नवीन भूषण, बीडीओ जफरूद्दीन व थानाध्यक्ष कंचन भास्कर ने एक साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर हालात का जायजा लिया। वहीं जब प्रतिवेदन तैयार किया तो उसमें बाढ़ प्रभावित पंचायतों की संख्या शून्य दर्शायी है। प्रभावित गांव, जन संख्या एवं कृ षि योग्य जमीन के कॉलम में शून्य दर्शाया गया है। इतना ही नहीं कितने गांवों में पानी फैला और चलाये जा रहे सरकारी व निजी नावों की संख्या के कॉलम में भी शून्य लिखा है। जबकि मुशहरी अंचल में तीन नावें पूर्व से जिला प्रशासन ने उपलब्ध करा रखी हैं। क्लर्क सलीम ने बताया कि संबंधित राजस्व कर्मचारी को पंचायत मे भेजा जा चुका है। बीडीओ ने बताया की जहां-तहंा बांध रेन कटिंग से क्षतिग्रस्त हो गया है जिसकी मरम्मत आवश्यक है। वहीं सीओ ने बताया की हमलोगों ने बांध से ही सभी जगह भ्रमण किया। कोई गांव बाढ़ प्रभावित नहीं मिला।