नैक के नाम पर विवि में मचाई लूट
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली के खिलाफ नगर विधायक सुरेश कुमार शर्मा
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली के खिलाफ नगर विधायक सुरेश कुमार शर्मा ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कुलपति डॉ. पंडित पलांडे व उनके सहयोगी अधिकारियों पर नैक मूल्यांकन के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राजभवन को 48 पन्नों का पत्र लिखा है। इसमें कुलपति के अभी तक के कार्यकाल के दौरान नौ विभिन्न बिंदुओं पर भ्रष्टाचार का विस्तार से उल्लेख करते हुए जांच की मांग की है। पत्र के आलोक में उच्च शिक्षा विभाग के अपर सचिव यूके चौबे ने विवि से वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी है।
मिलीभगत से दिया गया टेंडर
नैक की पीयर टीम के निरीक्षण के पूर्व विभिन्न विभागों के सौंदर्यीकरण से लेकर निर्माण कार्य तक में मिलीभगत से टेंडर दे दिया गया। पत्र में नैक के दौरान सभी आपूर्ति अवैध रूप से हुई है। एनएसएस, स्पोर्ट्स, एनसीसी व सांस्कृतिक कार्यक्रम में वारे-न्यारे किए गए हैं। हॉस्टल में हुए काम पर भी आपत्ति उठाई। टेंडर की प्रक्रिया को चुनौती देते हुए पत्र में जांच की मांग की है।
डिस्टेंस शिक्षा दुधारु गाय
दूर शिक्षा निदेशालय कुलपति के लिए दुधारु गाय बन गया है। वहां जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। विद्यार्थियों के पैसे को लूटा जा रहा है। इसके बावजूद कोई जांच नहीं होती। दीक्षांत समारोह के दौरान भोजन की आपूर्ति का जिम्मा एक कर्मी के पिता को दे दिया गया।
बदली जांच रिपोर्ट
पत्र में कहा गया है कि एक अधिकारी ने कॉमर्स पार्ट थर्ड के प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच रिपोर्ट बदल दी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होना कई सवाल खड़े करता है।
स्थानांतरण में भी गोलमाल
पिछले साल हुए प्राचार्यो के स्थानांतरण में भी भारी गोलमाल हुआ। लेनदेन के बाद ही पदस्थापना की गई। इसके अलावा 9 कॉलेजों को नियम विरुद्ध खास मकसद से संबद्धता दे दी गई। वहीं नैक के नाम पर नियम विरुद्ध प्राध्यापकों को कॉलेजों से विवि में प्रतिनियुक्त कर दिया गया।
सौर ऊर्जा संयंत्र निरर्थक
लाखों रुपये के व्यय से विवि में लगाए गए सौर ऊर्जा संयंत्र पीयर टीम के जाने के दो दिन बाद से ही ठप हो गया। पूरी राशि का व्यय निरर्थक साबित हुआ।
परीक्षा नियंत्रक को संरक्षण
पत्र में श्री शर्मा ने कहा है कि परीक्षा नियंत्रक विभाग को संभाल नहीं पा रहे हैं। सत्र देरी से चल रहा है। विभाग की अस्तव्यस्त स्थिति से छात्रों का भविष्य अंधकार में है। इसके बावजूद कुलपति उन्हें संरक्षण दे रहे हैं।
-कोट
विवि की समस्याओं को लेकर कुलपति से मिलने गए। हमने उनसे पूछा कि अच्छे लोग इस्तीफा क्यों दे रहे हैं। विवि से जुड़े अन्य लोगों से जब बात हुई तो उन्होंने समस्याओं से अवगत कराया। जनप्रतिनिधि होने के नाते एक शिष्टमंडल के साथ राज्यपाल से समस्याओं के संदर्भ में मिला। स्पष्ट कहा कि इसकी जांच हो और जरूरत हो तो कार्रवाई की जाए।
-सुरेश कुमार शर्मा, नगर विधायक
राजभवन से पत्र आया है। अभी कुलपति के पास है। हम लोगों के पास नहीं भेजा गया है। पत्र का जवाब दिया जाएगा।
-डॉ. सतीश कुमार राय, प्रॉक्टर बिहार विवि