वारिस अली के बलिदान को याद किया
मुजफ्फरपुर : एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव ने 1857 के गदर में तिरहुत की भूमिका औ
मुजफ्फरपुर : एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव ने 1857 के गदर में तिरहुत की भूमिका और उसमें वारिस अली के बलिदान के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा कि तिरहुत में किसान अंग्रेज शासकों के साथ सीधी लड़ाई कर रहे थे। कोई भी रजवाड़े इसका नेतृत्व नहीं कर रहे थे। वारिस अली मेमोरियल कमेटी के तत्वावधान में आयोजित सभा की शुरुआत डॉ. कैसर शमीम ने की। उन्होंने वारिस अली के बलिदान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। एलएस कॉलेज के सभागार में आयोजित वारिस अली के शहीदी दिवस के मौके पर एक पुस्तक का विमोचन किया गया। सभा का संचालन शाहिद कमाल व धन्यवाद ज्ञापन विजय शंकर चौधरी ने की। मौके पर रामसंजीवन ठाकुर, लक्ष्णदेव ठाकुर, प्रो. भोजनंदन प्रसाद, आफाक आलम, भवचन्द्र पाण्डेय, चंद्रिका प्रसाद सिंह, सच्चिदानंद चौधरी, शंभू मोहन, गार्गी सिंह, कृष्ण मोहन पाण्डेय आदि ने विचार व्यक्त किए।
दूसरी ओर, नागरिक मोर्चा शहीद खुदीराम बोस स्मारक समिति के तत्वावधान में शहादत दिवस मनाया गया। शहीद के सम्मान में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। मौके पर आशा सिन्हा, मोहन प्रसाद सिन्हा, महेन्द्र श्रीवास्तव, डॉ. सीपी शाही, मो. इस्लाम, हेमनारायण मिश्र, अंजनी कुमार पाठक, डॉ. जगदीश शर्मा, सत्येन्द्र कुमार, दिनेश कुमार चौधरी, अजय कुमार, आलोक कुमार कुशवाहा आदि मौजूद थे।
उधर, शहीद यादगार समिति सकरा ने कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। मौके पर डॉ. राजेश कुमार, विन्देश्वर राम, प्रकाश कुमार, राकेश कुमार, मिथिलेश कुमार, धर्मवीर कुमार, अर्जुन ठाकुर, सोहन लाल आजाद आदि मौजूद थे।