सड़क घोटाला : आरटीआइ में छुपाई सूचना
मुजफ्फरपुर : प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में घोटाले के संबंध सूचना अधिकार कानून के तहत मिली जानक
मुजफ्फरपुर : प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में घोटाले के संबंध सूचना अधिकार कानून के तहत मिली जानकारी में तथ्य छुपाने की बात सामने आई है। घोटाले का खुलासा करने वाले राजद के वरीय नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने सूचना छुपाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि बात बहुत दूर तक जाएगी। सूचना दी गई कि ईट कहीं भी नहीं बेची गई। जबकि सोलिंग की सारी पुरानी ईटें उखाड़कर बेच दी गई है। पूरे जिले में यह हाल है। ग्रामीण सड़क के निरीक्षण में यह बात सामने आ रही है। जिसने ईट खरीदी है वह बोल रहा है कि हमने फलां आदमी से ईट खरीदी है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद वे गहनता से इस बात की छानबीन कर रहे हैं कि किस-किस आदमी ने सोलिंग की ईट बेची है। उससे लिखित लेंगे। डॉ.सिंह ने कहा कि हालत बहुत ही खराब है। गांव में सोलिंग हटाकर सड़क बनाने के बदले रोड़ा जगह-जगह डाल दिया जो जानलेवा साबित हो रहा है। मालूम हो कि मुजफ्फरपुर में सौ करोड़ के सड़क घोटाले का आरोप पूर्व मंत्री डॉ.सिंह ने लगाया है। उन्होंने कहा कि 2009 में टेंडर हुआ लेकिन सड़क नहीं बनी, उल्टे ईट सोलिंग उखाड़ ली गई। इधर, सड़क निरीक्षण का अभियान चलता रहेगा। अब तक 15 सड़कों का निरीक्षण किया है।
मुजफ्फरपुर में मंथन तेज
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की कार्यान्वयन एजेंसी के अधीक्षण अभियंता स्तर पर मंथन तेज है। शुक्रवार को कार्यालय में संबंधित सड़कों की ताजा स्थिति पर चर्चा हुई। अबतक हुए विलंब के लिए आगे क्या किया जाए, इसकी रणनीति पर चर्चा की गई।
पूर्व मंत्री की प्रमुख मांग
- अविलंब रिवाइज टेंडर किया जाए
- एक माह के अंदर सभी 62 सड़कों पर निर्माण शुरू किया जाए
- ईट बेचने वाले व रोड़ा बिछाने वाले की जांच कर कार्रवाई हो।
--------------------