सुधरें नहीं तो बोरिया-बिस्तर बांधें
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : एस्सेल अपने कार्यकलाप में सुधार नहीं करती है तो उसे बोरिया-बिस्तर बा
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर :
एस्सेल अपने कार्यकलाप में सुधार नहीं करती है तो उसे बोरिया-बिस्तर बांधना होगा। जिले के लोगों को हर हाल में समुचित विद्युत व्यवस्था उपलब्ध करानी होगी। ये बातें लघु सिंचाई मंत्री मनोज कुमार सिंह ने शनिवार को परिसदन में एस्सेल व विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कहीं। कहा कि उपभोक्ताओं द्वारा एस्सेल के विरुद्ध कई शिकायतें की गई हैं। उपभोक्ताओं द्वारा मीटर तेज गति से चलने, बिजली बिल में त्रुटि व समुचित बिजली उपलब्ध नहीं कराने की शिकायत लगातार आ रही है। एस्सेल को 10 दिनों के अंदर कार्यप्रणाली में सुधार लाने का निर्देश दिया गया। दस दिनों के बाद विद्युत विभाग के सीएमडी प्रत्यय अमृत के साथ समीक्षा की जाएगी। निर्देशों का पालन नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई होगी।
तीन माह के अंदर सभी गांवों का करें विद्युतीकरण
मंत्री ने समीक्षा बैठक में पहुंचे एस्सेल, एबीपीडीसीएल व एलएंडटी के अधिकारियों को तीन माह के अंदर सभी वंचित गांवों में विद्युतीकरण का निर्देश दिया। साथ ही जिले के सभी जले ट्रांसफॉर्मरों को एक माह में बदलने को कहा। 16, 25 व 40 केवीए की जगह 63 व 100 केवीए का ट्रांसफॉर्मर लगाने, कुढ़नी के सोनबरसा में सब स्टेशन की स्थापना के साथ ही जले 22 ट्रांसफॉर्मरों को एक सप्ताह में बदलने की बात कही। शहर में 24 घंटे व गांवों में 72 घंटे के अंदर ट्रांसफॉर्मरों को बदलने के निर्देश पर सख्ती से अमल करने को कहा। मंत्री ने शहर में 18 से 20 घंटे व देहाती क्षेत्रों में 16 से 18 घंटे बिजली सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
कुढ़नी में निर्मित होगा गैस चालित सबस्टेशन
मंत्री ने कुढ़नी में गैसचालित सब स्टेशन के निर्माण की जानकारी दी। कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत गैस इंसुलेटेड सबस्टेशन का निर्माण कराया जाएगा। इसकी प्रक्रिया जारी है। गैस इंसुलेटेड सबस्टेशन के लिए काफी कम जगह की आवश्यकता होती है। वर्तमान सबस्टेशनों में लगे ट्रांसफॉर्मर ब्रेकर के अंदर तेल होता है। लेकिन, गैस इंसुलेटेड ट्रांसफॉर्मर में सल्फर हेक्साफ्लोराईड गैस होता है। इसका ब्रेकर छोटा होता है। काफी कम जगह में इस सबस्टेशन को स्थापित किया जा सकता है।