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नकली सीमेंट फैक्ट्री का पर्दाफाश

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सादपुरा धनुका टोला मोहल्ले में रविवार क

By Edited By: Published: Mon, 22 Dec 2014 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 22 Dec 2014 03:44 AM (IST)

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर : काजीमोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के सादपुरा धनुका टोला मोहल्ले में रविवार को छापेमारी कर नकली सीमेंट फैक्ट्री का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। ठिकाने से ट्रक पर लदे कई कंपनियों के सीमेंट, गोदाम में तैयार लगभग पांच सौ बोरे भरे सीमेंट, काफी संख्या में खाली बोरे तथा पैकिंग मशीन को जब्त किया गया है। फैक्ट्री को सील करते हुए पुलिस ने ट्रक चालक समेत दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ कर फैक्ट्री संचालक की गिरफ्तारी को छापेमारी की जा रही है।

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बताया गया है कि उक्त मोहल्ले में काफी दिनों से चल रहे नकली सीमेंट बनाने के बारे में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। इसके आलोक में काजीमोहम्मदपुर थानाध्यक्ष वेदानंद मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापेमारी कर फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।

पुलिस के मुताबिक नकली सीमेंट के धंधे में शामिल फैक्ट्री संचालक की पहचान गौतम कुमार के रूप में हुई है। वह मूल रूप से सीतामढ़ी का रहने वाला बताया गया है। यहां पर किराए के मकान में रहकर यह धंधा करता था। हालांकि वह गिरफ्त में नहीं आ सका है। पुलिस ने उसके घर पर भी छापेमारी की। महिलाओं ने बताया कि गौरव सीमेंट का व्यवसाय करता है।

पुलिस इंस्पेक्टर का कहना है कि अवैध धंधे में शामिल सभी की पहचान कर छापेमारी की जा रही है। इसके साथ ही अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्ति का भी पता लगाया जा रहा है। ताकि उनकी संपत्ति जब्त करने की कवायद की जा सके।

कई जिलों से जुड़े हैं तार

पूछताछ में पता चला है कि धंधे में शामिल लोगों के कई जिलों के नकली सीमेंट माफियाओं से तार जुड़े हैं। रविवार को हुई छापेमारी में बरामद किए गए ट्रक पर लदे कटिंग किए गए सीमेंट के भरे बोरे बेगूसराय से मंगवाए गए थे। गोदाम में केमिकल की मिलावट कर दूसरी कंपनियों के बोरे में पैकिंग किए जाने की बात सामने आई है। इसके साथ ही पटना, समस्तीपुर, मोतिहारी, वैशाली समेत कई जिलों के नकली सीमेंट तैयार करने की बात सामने आई है। इसके बाद दूसरे जिलों की पुलिस को भी अलर्ट कराया गया है।

कई जगहों पर बन रहे पुलों

के निर्माण में खपत!

संजीव कुमार, मुजफ्फरपुर : नकली सीमेंट माफियाओं का कई जिलों में जाल बिछा हुआ है। खासकर सरकारी कार्यों में शामिल ठेकेदारों व कंपनियों के कर्मियों से इनकी साठगांठ की भी बात सामने आई है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि नकली सीमेंट की ज्यादातर सरकारी कार्यों में आपूर्ति होती थी। सड़क निर्माण, पुल, पुलिया व सरकारी भवनों में ठेकेदारों द्वारा इस सीमेंट को मंगवाया जाता था। इसका ठोस प्रमाण पुलिस के पास नहीं मिला है, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि रिकार्ड पर गौर करें तो हाल ही में कटरा इलाके में निर्माण किए गए बसघट्टा पुल पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था। उसमें भी नकली सीमेंट के इस्तेमाल की बात सामने आई थी। चर्चा है कि इसी फैक्ट्री से सीमेंट की आपूर्ति की जा रही थी। हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

पुलिस का कहना है कि इस संबंध में जांच चल रही है। प्रारंभिक जांच में कई सरकारी कार्यों में उक्त सीमेंट का इस्तेमाल करने की बात सामने आई है। ठोस साक्ष्य के बाद प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

पूर्व में भी पकड़ी जा चुकी है अवैध फैक्ट्री

पुलिस रिकार्ड पर गौर करें तो तीन वर्ष पूर्व भी जिले के अहियापुर, सदर, बेला समेत कई थाना क्षेत्रों में चल रही नकली सीमेंट फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया था। इन जगहों से भी हजारों की संख्या में तैयार सीमेंट बरामद किए गए थे। इसके बाद इससे जुड़े लोगों में डर समाया। जिसके कारण इन लोगों द्वारा इस तरह का धंधा बंद कर दिया गया था। लेकिन, इन दिनों फिर से नकली सीमेंट तैयार करने का धंधा जोरों पर शुरू है।

बयान --

- गैरकानूनी ढंग से कार्यों में संलिप्त लोग बख्शे नहीं जाएंगे। नकली सीमेंट तैयार करने वालों की पहचान हो गई है। गिरफ्तारी को छापेमारी की जा रही है। अवैध तरीके से कमाई गई संपत्ति को जब्त करने की भी कवायद की जाएगी।

रंजीत कुमार मिश्रा

एसएसपी


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