एक लाख रुपये के लालच ने बनाया लाइनर
जासं, मुजफ्फरपुर : खाद्य तेल व्यवसायी सह नारायण एजुकेशनल प्वाइंट के निदेशक सत्यनारायण प्रसाद के अपहर
जासं, मुजफ्फरपुर : खाद्य तेल व्यवसायी सह नारायण एजुकेशनल प्वाइंट के निदेशक सत्यनारायण प्रसाद के अपहरण में उनके स्कूल के बस चालक धर्मेन्द्र के भाई प्रेम कुमार ने लाइनर की भूमिका निभाई। भाई के बस चालक होने के कारण उसका स्कूल में बेरोकटोक आना जाना था। बैरिया के निकट कांटी थाने के दामोदरपुर पठानटोली निवासी प्रेम कुमार उर्फ प्रवीण ने यह काम एक लाख रुपये के लालच में किया। लालच इस कांड के आरोपी संतोष ठाकुर ने दिया था। पूछताछ के बाद यह स्वीकारोक्ति बयान प्रेम ने पुलिस के समक्ष दिया है।
15 दिन पहले अपहरण की थी जानकारी : पुलिस लाइन के पास उसकी सैलून है। चार माह पहले पेंटिंग करने के दौरान उसकी मुलाकात संतोष से हुई थी। घटना से 15 दिन पहले संतोष ने उसे बताया था कि नारायण एजुकेशनल प्वाइंट के निदेशक सत्यनारायण प्रसाद का अपहरण करना है। इस घटना में शामिल होने के लिए उसे एक लाख रुपये का लालच दिया। घटना से पहले मोबाइल से उसकी संतोष से कई बार बातचीत हुई।
चांदनी चौक पर की थी रेकी संतोष की योजना के अनुसार सत्यनारायण प्रसाद की चांदनी चौक के निकट रेकी करने की जिम्मेदारी प्रेम को सौंपी गई थी। शाम में जैसे ही सत्यनारायण प्रसाद की गाड़ी वहां से गुजरती उसे इशारा करना था। इसके लिए संतोष ने उससे कुछ दूरी पर एक लड़के को खड़ा किया था। शाम में जैसे ही उनकी गाड़ी चांदनी चौक से गुजरी योजना के अनुसार उसने कुछ दूरी पर खड़े उक्त लड़के को इशारा कर दिया।
तोड़ दिया सिम
अपहरण किए जाने के चार-पांच दिनों के बाद संतोष की उससे मुलाकात हुई। उसने पुलिस जांच तेज होने व उसके पकड़े जाने का भय दिखाकर सिम तोड़ कर फेंक देने की सलाह दी। इस सलाह के बाद उसने सिम को तोड़ कर फेंक दिया।
अपहर्ताओं के ठिकाने पर बढ़ी दबिश
मुजफ्फरपुर : अपहृत स्कूल निदेशक सह व्यापारी सत्यानारायण प्रसाद व उनके चालक की बरामदगी को लेकर विशेष टीम लगातार छापेमारी कर रही है। लेकिन, इन सभी के बाद भी पुलिस को ठोस कामयाबी नहीं मिल रही है। पुलिस की कार्रवाई पर गौर करें तो कुख्यात पवन भगत के साथ उसके शागिर्दों के नाम इस मामले में आए हैं। सूचना के आधार पर नेपाल सीमा से सटे कई इलाकों में रविवार की देर शाम तक छापेमारी की गई। एसएसपी रंजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि अपहर्ताओं के ठिकाने तक पहुंच चुके हैं। शीघ्र ही नतीजे सामने आएंगे। इधर, जेल में बंद कुख्यात पवन भगत के दो शागिर्दों अरविंद राय व सुमन श्रीवास्तव को सोमवार को कोर्ट खुलने के बाद रिमांड पर लेने के लिए अर्जी दी जाएगी। इसके लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।