जिप के खिलाफ खोला मोर्चा
जासं, मुजफ्फरपुर : जिला परिषद के क्रियाकलापों पर सवाल उठाते हुए परिषद सदस्यों ने ही मोर्चा खोल दिया है। परिषद में अनियमितता व भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शनिवार को सदस्य मुक्तेश्वर प्रसाद सिंह, रामेश्वर साह सहित अन्य समाहरणालय परिसर में उपवास पर बैठे।
इस दौरान आयोजित सभा में जिप सदस्यों ने कहा कि प्रशासनिक मुख्यालय की नाक के नीचे जिला परिषद की सरकारी भूमि की बंटरबांट हो रही है। भ्रष्टाचार चरम पर है। आय-व्यय का लेखा-जोखा तक सार्वजनिक नहीं किया जाता। इसे जब सदस्यों ने जिप की बैठक में उठाने का निर्णय लिया और जांच की मांग की तो निर्धारित बैठक स्थगित कर दी गई। श्री सिंह ने कहा कि पंचायती राज प्रतिनिधि जनता के प्रति जवाबदेह होने के बदले खुद योजनाओं की कमाई कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इसकी जांच नहीं हुई तो आंदोलन उग्र होगा। बाद में सदस्यों ने 15 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा और कार्रवाई की मांग की। उपवास पर बैठने वालों में वार्ड सदस्य संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार, विक्रम जयनारायण निषाद, नागेन्द्र महतो, राजकुमार पासवान, महेन्द्र साह, भूपाल भारती, पंचानंद तिवारी, राकेश कुमार, राजेन्द्र कुमार, अजय कुमार, गणेश साह, गरीबनाथ कुमार, शिवनाथ पासवान, चंद्रशेखर रजक आदि शामिल थे।
सौंपे गए ज्ञापन में जिप सदन में पूर्व बैठकों में लिए गए निर्णय का अनुपालन कराने, पंचायती राज कानून के आलोक में निर्धारित समय पर बैठक, परिषद की बैठक में बीडीओ, सीओ, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों को उपस्थित कराने, जिप स्थायी समिति व उप समिति का गठन कराने, मनरेगा योजना अंतर्गत पूर्ववर्ती कार्यकाल में कार्यो की गड़बड़ियां के कारण बंद योजनाओं पर चर्चा कराने, जिप की भूमि का निजी इस्तेमाल की जांच कराने आदि की मांग की गई है।