सौर ऊर्जा से रौशन होगा आरडीएस कॉलेज
जासं, मुजफ्फरपुर : आरडीएस कॉलेज सौर ऊर्जा से रौशन होगा। प्रशासनिक भवन से इसकी शुरूआत होगी। बारिश के पानी को रेन वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक से बर्बाद होने नहीं दिया जाएगा। हरित गतिविधियों के माध्यम से कॉलेज को पूरी तरह ग्रीन कैंपस में तब्दील कर दिया जाएगा।
सोमवार को प्रेसवार्ता में प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद सिन्हा व नैक के समन्वयक डॉ. अरुण कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 2017 में नैक की टीम कॉलेज का मूल्यांकन करेगी। 2015 में किए गए कार्यो की समीक्षा होगी। इसके लिए कॉलेज की ओर से पूरी तैयारी है। स्मार्ट क्लासेस में नई तकनीक से पढ़ाई होगी। एडमिशन के अलावा छात्रों को तीन और टेस्ट से गुजरना होगा। कॉलेज के बारे में ऑनलाइन फीडबैक लेने की योजना है। इसमें छात्रों, अभिभावकों व पूर्ववर्ती छात्रों के भी विचार आमंत्रित किए जाएंगे। पढ़ाई में नई तकनीक का इस्तेमाल शुरू हो गया है। 20-20 छात्रों का बैच बनाकर उन्हें कम्प्यूटर की नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जा रही है। छात्र-छात्राओं की वर्ग में नियमित उपस्थिति के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र से कॉलेज के 15 किमी की परिधि तक समय-समय पर प्रचार कराया गया। इससे छात्रों की उपस्थिति में अप्रत्याशित वृद्धि हुई। मौके पर डॉ. विकास नारायण उपाध्याय, पंकज भूषण आदि उपस्थित थे।
वनस्पति विज्ञान विभाग करेगा ग्रीन ऑडिट
आइक्यूएसी की बैठक में निर्णय लिया गया कि वनस्पति विज्ञान विभाग कैंपस का ग्रीन ऑडिट करेगा। परिसर के पौधों का पूर्ण विवरण तैयार किया जाएगा। नर्सरी लगाई जाएगी।
बनेगा फ्री प्लास्टिक जोन
परिसर को फ्री प्लास्टिक जोन में तब्दील किया जाएगा। ई-कचरे को एनजीओ को दिए जाने के अलावा साधारण कचरे को गड्ढे में डालकर उससे वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जाएगा। परिसर में प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह वर्जित रहेगा। कचरा रखने के लिए डस्ट बिन रखे जाएंगे।
शिक्षकों की गुणवत्ता में वृद्धि के प्रयास
छात्रों के साथ शिक्षकों की गुणवत्ता में वृद्धि के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। 20 से अधिक शिक्षक माइनर रिसर्च प्रोजेक्ट में शामिल हैं। शेष को भी इससे जोड़ा जा रहा है। जो पहले से जुड़े हैं, उन्हें वर्क पूरा कर मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट में शामिल होने को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
बैचलर इन वोकेशन में नए कोर्स का प्रस्ताव
कॉलेज की ओर से बैचलर ऑफ वोकेशन के तहत कई रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करने का प्रस्ताव यूजीसी को भेजा गया है। इनमें ग्रीन हाउस टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल में फिटर, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, मोबाइल कम्यूनिकेशन, स्वायल कंजरवेशन, इंटीरियर डिजाइनिंग व थिएटर एंड स्टेजक्राफ्ट शामिल हैं।