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महागठबंधन सांप्रदायिकता के जहर की दवा

By Edited By: Published: Sun, 17 Aug 2014 04:55 PM (IST)Updated: Sun, 17 Aug 2014 04:55 PM (IST)

सुरेन्द्र त्रिवेदी, नरकटियागंज : मिले सुर मेरा तुम्हारा तो सुर बने हमारा। इसी तर्ज पर सुर से सुर मिलाकर रविवार को नरकटियागंज में राजद, जदयू और कांग्रेस नेताओं ने एक स्वर से भाजपा और नरेंद्र मोदी की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि देश को सांप्रदायिकता के जहर से बचाने के लिए महागठबंधन ही एकमात्र दवा है। बिहार में भाजपा के काट के लिए राजद, जदयू व कांग्रेस के मेल से बना महागठबंधन देश का राजनीतिक भविष्य तय करेगा। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, जदयू नेता नीतीश कुमार और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सीपी जोशी ने नरकटियागंज उच्च विद्यालय परिसर मैदान में रविवार को एक साथ महागठबंधन के प्रत्याशी मोहम्मद फखरुद्दीन के पक्ष में मंच साझा किया। मंच पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार को एक बार फिर गले से लगाते हुए उन्हें अपना छोटा भाई बताया तो नीतीश कुमार ने भी बड़े भाई के साथ किसी भी मतभेद से इन्कार करते हुए कहा कि जब हम अपने मतभेद भुलाकर गले मिल सकते हैं तो भाजपा को पटकनी देने के लिए बिहार के लोग अपना मतभेद क्यों नहीं भुला सकते हैं। महागठबंधन के बहाने कांग्रेस की दोबारा सत्ता पाने की ललक भी इस मंच पर खूब दिखी।

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महागठबंधन की सभा सुबह 11 बजे ही होनेवाली थी लेकिन बकौल नीतीश कुमार पटना में मौसम खराब होने के कारण उनका हेलीकाप्टर देर से उड़ान भरा। उनकी यह यात्रा संशय के बीच शुरू हुई लेकिन यहां आकर मौसम ने उनका साथ दिया। करीब ढ़ाई घंटे विलंब से पहुंचने के लिए नीतीश ने लोगों से खेद व्यक्त किया। लालू प्रसाद, नीतीश कुमार और सीपी जोशी 11 बजे के बदले करीब सवा बजे सभा स्थल पर पहुंचे। नरकटियागंज विस उपचुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी मो. फखरुद्दीन ने सबसे पहले लोगों से अपना आशीर्वाद मांगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी ने कहा कि गणेश को दूध पिलानेवाले लोग आज केंद्र की सत्ता पर काबिज हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह जानना चाहा कि कि उनका यह कैसा लोकतंत्र है जिसमें कोई मंत्री अपनी स्वेच्छा से अपना पीए भी नहीं रख सकता। उन्होंने कहा कि बिहार का यह उपचुनाव किसी पार्टी या जाति का नहीं होकर देश की राजनीति तय करनेवाला है। यह उपचुनाव लोकतंत्र की रक्षा और देश का भविष्य तय करनेवाला है। पूरा देश लालू और नीतीश को उम्मीद भरी नजरों से देख रहा है। नीतीश ने महागठबंधन बनाकर कांग्रेस को नई ताकत दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आजादी की लड़ाई में चंपारण का नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। अफसोस इस बात का है कि दिल्ली की गद्दी पर वैसे लोग बैठे हैं जिनका आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं है। अफवाह, धु्रवीकरण, प्रचारतंत्र पर बेजा खर्च और समाज में जहर फैलाकर भाजपा केंद्र की सत्ता पर काबिज हो गई। जहर का काट करने के लिए दवा के रूप में राजद, जदयू व कांग्रेस का महागठबंधन बनाया गया है। बिहार में अमन चैन के लिए गठबंधन के उम्मीदवार को वोट देने की अपील की। कुमार ने कहा कि हमने बिहार में विकास के ढेर सारे काम किए। बीस हजार गांवों में बिजली पहुंचायी लेकिन बिजली हमारे काम नहीं आयी। बिजली से गांव के लोग टीवी देखने लगे और टीवी अबकी बार मोदी सरकार दिखाने लगा। इसी मोदी सरकार ने हमारा काम खराब कर दिया।

सभा में लालू प्रसाद का जलवा छाया रहा। वे अपने पुराने अंदाज में दिखे। मजाकिया अंदाज में लालू ने बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार पर गहरे व्यंग्य किए। कहा कि मोदी के सरकार में चीन से खतरा नइखे अब चीनी से खतरा बा। चीनी के दाम बढ़ गइल, आलू पर चढ़ गइल आ अस्सी रुपये बिका के टमाटर लाल हो गईल। लोगों को गुदगुदाते हुए कहा कि पीठ पर लैपटाप रखेवाला लइका सब कहत रहस कि मम्मी आ पप्पा, मोदी आवता अब नौकरी हो जाइ पक्का। दावा किया कि राजद और जदयू के 45 प्रतिशत मत अगर एक साथ हो जाते तो भाजपा कभी भी सत्ता में नहीं आ पाती। प्रसाद ने रेल भाड़ा वृद्धि पर एक बार फिर सवाल उठाते हुए मोदी सरकार के निर्णय की निंदा की। लालू के ही शब्दों में हमहुं रेले मंत्री थे। कोई टमटम मंत्री नहीं थे। बहुत जतन किया लेकिन रेल का हाल कोई-कोई ही समझ सकता है। अध्यक्षता पूर्व सांसद पूर्णमासी राम ने की। संचालन सतीश पासवान ने किया। मंच पर कला संस्कृति मंत्री विनय बिहारी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी, राजद जिलाध्यक्ष इफ्तखार अहमद, जदयू जिलाध्यक्ष डॉ.एनएन शाही, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेंद्र कुमार शर्मा, पूर्व सांसद बैजनाथ महतो, विधायक राजेश सिंह, मनोरमा देवी, प्रभात रंजन, विधान पार्षद सतीश कुमार, पूर्व सांसद कैलाश बैठा, कांग्रेस नेत्री डॉ.नूतन पांडेय, राजद के शंभू तिवारी और कन्हैया अग्रवाल आदि उपस्थित थे।


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