जलस्तर में ठहराव, परेशानी बरकार
मुंगेर । गंगा के जलस्तर में शुक्रवार को स्थितरता दर्ज की गई।
मुंगेर । गंगा के जलस्तर में शुक्रवार को स्थितरता दर्ज की गई। बावजूद इसके गंगा अभी भी खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। केंद्रीय जल आयोग के रिपोर्ट के मुताबिक अभी गंगा का जलस्तर 40.01 मीटर है। अगले दो तीन दिन में पुन: गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की आशंका है। अभी भी गंगा का फैलाव दूर-दराज के गांव में जारी है। इस कारण बाढ़ से प्रभावित पीड़ित परिवारों की समस्याएं दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। प्रशासन की ओर चलाए जा रहे राहत शिविर में राहत के नाम पर ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। जबकि राहत कैंप में पीड़ितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। बाढ़ से पीड़ितों के बीच जबरदस्त आक्रोश है। कई दिनों बाद जिला प्रशासन को राहत शिविर में छोटे-छोटे बच्चों की पीड़ा याद आई। प्रशासन ने राहत शिविर में छोटे-छोटे बच्चों के लिए दूध बांटना शुरू कर दिया है। वह दूध भी पर्याप्त नहीं था। इस कारण से आक्रोशित पीड़ितों ने प्रशासन को खरी-खोटी सुनाई। पीड़ित माधो ¨सह, सुंदर प्रसाद यादव, अमित कुमार, सुरेंद्र ¨बद, मनोज कुमार का कहना है कि विभिन्न कैंपों में पर्याप्त राहत-सामाग्री नहीं बांटी जा रही है। इस कारण से पीड़ित लोगों को कैंप में परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है। वह दूध भी बच्चों के लिए पर्याप्त नहीं मिला था। दूध के अभाव में छोटे बच्चें की स्थिति खराब हो रही है। उन्होंने जिला प्रशासन से पर्याप्त दूध वितरण करने की मांग की। वहीं मनोरमा देवी, सुशीला देवी, अंजू देवी व सरस्वती देवी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से बच्चों को पर्याप्त दूध नहीं बांटा गया है। दूध का मात्रा काफी कम था।