शिविर से बाहर रहने वाले लोगों को भोजन की आस
मुंगेर। राहत शिविरों में रहने वाले बाढ़ पीड़ितों को जहां भरपेट भोजन नहीं मिल रहा है
मुंगेर। राहत शिविरों में रहने वाले बाढ़ पीड़ितों को जहां भरपेट भोजन नहीं मिल रहा है, वहीं अबतक राहत शिविरों में नहीं पहुंच सकने वाले लोगों को तक प्रशासन द्वारा भोजन पहुंचाने की व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में लोग भूखे रहने को बाध्य हो रहे हैं। प्रशासन द्वारा मुखिया को भोजन के व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है। इस कारण कई गांवों के लोगों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। सड़कों के किनारे रह रहे बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि मुखिया जी अपने गांव या अपने प्रभाव वाले क्षेत्र के लोगों का ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। जबकि अन्य क्षेत्र के लोगों को इससे वंचित रखा जा रहा है। जिस गांव के वार्ड सदस्य सक्रिय हैं, वहीं के लोगों को खिचड़ी मिल पा रही है। बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि प्रशासन ने इतने कम राहत शिविर बनाए हैं कि बाढ़ पीड़ितों को खाना मिलना संभव नहीं है। वहीं प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों को राहत शिविरों की जानकारी नहीं रहने के कारण भी बाढ़ पीड़ितों को परेशानी हो रही है। सड़क किनारे रह रहे बाढ़ पीड़ित क्रांति कुमार, सेंपुल सहनी, रामजी ¨सह, प्रकश मंडल, जंपा देवी, सिकली देवी, अनुराधा देवी सहित कईयों का कहना है कि मुखिया जी लोगों को बाढ़ में भी राजनीति दिखाई पड़ रही है। जबकि आपदा के समय सभी लोगों को एक दृष्टि से देखना चाहिए।