खडगपुर झील के फाटक में सुराग, बर्बाद हो रहा पानी
मुंगेर । ¨सचाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के उद्देश्य से दरभंगा महाराज के कार्यकाल में बनाए गए खड़गपुर
मुंगेर । ¨सचाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के उद्देश्य से दरभंगा महाराज के कार्यकाल में बनाए गए खड़गपुर झील के उत्तरी फाटक गेट में सुराग होने के कारण पानी का बहाव तेजी से हो रहा है। इस कारण पानी बह कर व्यर्थ बर्बाद हो रही है। इस कारण किसान काफी ¨चतित हैं।
जानकारी के मुताबिक हवेली खड़गपुर झील के उत्तरी फाटक के निर्माण काल के बाद से ही पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण आज तक मरम्मति नहीं होने से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। लोहे के चदरें से बनी फाटक में लगभग दो मीटर का बड़ा सा छेद हो जाने के कारण पानी का तेज बहाव हो रहा है। इससे बर्बाद हो रहे पानी से नहरें भी टूट चुकी है। इस बाबत किसान कवि चटर्जी, गौतम चटर्जी, जयदेव चटर्जी, शुभम पाल, बादल दा, संजय ¨सह आदि ने कहा कि जर्जर हो चुके गेट को लेकर पदाधिकारियों को कई बार कहा गया, लेकिन पदाधिकारियों द्वारा फंड नहीं रहने की बात कह मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। लापरवाही के कारण ही आज ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। यदि पूर्व में ही मरम्मति हो जाती तो आज उत्तरी फाटक में बड़ा सुराग नहीं होता। पानी की बर्बादी हो रही है। जब गेहूं के पटवन का वक्त आएगा तो झील में पानी ही नहीं रहेगा तो पटवन नही होने की स्थिति में फसल नष्ट हो जाएगी।
किसानों ने ¨सचाईं विभाग के अधीक्षण अभियंता व कार्यपालक अभियंता से फाटक में बने सुराग की मरम्मति की मांग की है। इस बाबत ¨सचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता महेन्द्र बैठा से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। यांत्रिक प्रमंडल से मरम्मति की निविदा निकाली गई है। वहीं दूसरी ओर खडगपुरवासियों ने कहा कि विभाग का तत्काल कोई विकल्प निकालना चाहिए। जब तक निविदा प्रक्रिया पूरी होगी तब शायद झील का सारा पानी यूं ही बह कर निकल जाएगा।