विभागीय उपेक्षा का दंश झेल रहा धरहरा रेलवे स्टेशन
मुंगेर : प्रखंड मुख्यालय स्थित धरहरा रेलवे स्टेशन विभागीय उपेक्षा का दंश झेल रहा है। रेलवे को लगभग 1
मुंगेर : प्रखंड मुख्यालय स्थित धरहरा रेलवे स्टेशन विभागीय उपेक्षा का दंश झेल रहा है। रेलवे को लगभग 15 लाख का राजस्व प्रति महीने देने वाले धरहरा स्टेशन में यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है। विगत माह यूटीएस और पीआरएस काउंटर को अलग किया गया था। दुर्भाग्यवश यात्रियों को आरक्षित व अनारक्षित टिकट देने वाला दोनों काउंटर अक्सर खराब रहता है। इस कारण यात्रियों को स्टेशन से पुराना कार्ड टिकट लेना पड़ता है। इस दौरान पुराने कार्ड टिकट में पुराना भाड़ा दर लिखे रहने के कारण रेलकर्मियों व यात्रियों में बराबर नोंक-झोंक होते रहती है। यात्री आरक्षित काउंटर खराब रहने के कारण अपनी टिकट की बु¨कग करने के लिए जमालपुर-मुंगेर या अन्यत्र जगहों का चक्कर लगाते हैं। इससे समय और पैसे की काफी बर्बादी होती है। इसके अलावा स्टेशन पर शौचालय, पानी आदि की सुविधा नहीं है। इससे खासकर महिला यात्रियों को काफी परेशानी होती है। इस संबंध में यात्री मुन्ना ¨सह, रवि कुमार शर्मा, पुनीत ¨सह, शंकर यादव, मनोज पासवान, मो. इरशाद आलम आदि ने बताया कि धरहरा स्टेशन पर सुविधा बहाल होनी चाहिए। यहां पर आने वाले रेल पदाधिकारियों को व जनप्रतिनिधियों को भी यहां की समस्या से अवगत कराया जा चुका पर नतीजा सिफर है।