श्रावणी मेला : आस्था से हार जाती है अव्यवस्था
संवाद सूत्र, तारापुर (मुंगेर) : मुंगेर। बीबीसी के ब्यूरो चीफ मार्क टली ने सन 1978 में ही विश्व
संवाद सूत्र, तारापुर (मुंगेर) :
मुंगेर। बीबीसी के ब्यूरो चीफ मार्क टली ने सन 1978 में ही विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को दुनियां का सबसे बड़ा और लंबे क्षेत्र में फैला मेला बताया था। पूरे विश्व ने इस तथ्य को स्वीकार भी किया। हर वर्ष देश-दुनियां के अलग-अलग हिस्सों से लाखों श्रद्धलु बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पण करने के लिए कांवर यात्रा करने पहुंचते हैं। लेकिन, अभी तक केंद्र व राज्य सरकार द्वारा श्रावणी मेला को विश्व स्तरीय मेला का रूतबा दिलाने की दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं किया गया। श्रावणी मेला के दौरान कांवरिया पथ पर जगह-जगह अव्यवस्था दिख जाती है। लेकिन, यह भी सच है कि आस्था के आगे अव्यवस्था हार जाती है। यहां जीत होती है, तो सिर्फ और सिर्फ आस्था की। हालांकि, इस बार जिला प्रशासन ने श्रावणी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की तैयारी में जुट गई है। तारापुर अनुमंडल अस्पताल के रोगी कल्याण समिति की बैठक में कांवरियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने पर गंभीर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता एसडीओ ने की। सदस्य चंदर ¨सह राकेश ने कहा कि श्रावणी मेला में लाखों श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में दुर्घटना के दौरान कांवरियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए अस्पताल में ट्रामा केयर की व्यवस्था की जानी चाहिए। आईसीयू की व्यवस्था की जाए। अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. राजेश्वर भगत को कहा गया कि इस संबंध में संबंधित पदाधिकारियों से पत्राचार करे। ताकि विश्व प्रसिद्व मेला में भी इसका लाभ तीर्थ यात्रियो को भी मिल सके। प्रभारी उपाधीक्षक ने कहा कि कांवरियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने को लेकर अस्पताल प्रबंधन संकल्पित है। दवा की कमी नहीं है। कुछेक दवाईयां कम है, तो वह रोगी कल्याण की राशि से खरीदने का निर्णय लिया गया है।