खून पी रहा मुंगेर का रीयल एस्टेट सेक्टर व अवैध हथियार उद्योग
मुंगेर, जागरण संवाददाता : मुंगेर में वर्षो से अवैध हथियार के निर्माण व तस्करी के खेल में हत्या होती
मुंगेर, जागरण संवाददाता : मुंगेर में वर्षो से अवैध हथियार के निर्माण व तस्करी के खेल में हत्या होती रही है। हथियार तस्करी के खेल में वर्चस्व जमाने के लिए अपराधी खून की होली खेलते रहे हैं। लेकिन, अब मुंगेर का रीयल एस्टेट सेक्टर भी लोगों का खून पीने लगा है। मुंगेर में गंगा नदी पर बनने वाले रेल सह सड़क पुल और मुंगेर-जमालपुर रेल लाइन के निर्माण कार्य के बाद मुंगेर का रीयल एस्टेट सेक्टर बूम कर गया है। पुल को जोड़ने वाली सड़क को एनएच 333 बी का दर्जा दिए जाने के बाद मुंगेर में जमीन की कीमत आसमान छूने लगी है। एक से दो लाख रुपये प्रति कट्ठा की दर से बिकने वाला जमीन अचानक से 20 से 25 लाख रुपये कट्ठा हो गया। जमीन की कीमत आई उछाल की एक और बड़ी वजह हाल के दिनों में मुंगेर के विकास को लेकर कई नई परियोजना की शुरुआत होना भी है। मुंगेर में मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे आधुनिक संस्थान खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई है। वहीं, आइटीसी द्वारा 105 करोड़ की लागत से दूध फैक्ट्री की स्थापना की गई है। इन सब कारणों से मुंगेर में जमीन खरीदने में अब खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर और जमुई जिला के लोग भी रूचि लेने लगे हैं। प्रोपर्टी के धंधे में अकूत पैसे ने अपराधियों का ध्यान अपनी ओर खींचा। यही कारण है कि जिला के अधिकांश चर्चित अपराधी अब प्रोपर्टी डिलिंग के धंधे में कूद पड़े हैं। प्रोपर्टी डिलिंग के धंधे में अपराधियों के बढ़ती धमक के कारण ही जिला में हत्याओं का अनवरत सिलसिला शुरु हो गया है।
भाजपा नेता पंकज वर्मा की हत्या के बाद पुलिस गिरफ्त में आए कुख्यात पवन मंडल ने भी एसपी के समक्ष दिए बयान में कहा कि जमीन खरीद-बिक्री में मैं और संजीव मंडल पाटर्नर थे। एक जमीन की खरीद-बिक्री में हम दोनों को बीस-बीस लाख रुपये का मुनाफा हुआ था। इसके बाद हम दोनों के रास्ते अलग हो गए। पवन मंडल ने यह भी कहा कि कासिमबाजार थाना क्षेत्र में जमीन की खरीद-बिक्री के धंधे कुख्यात प्रशांत मिश्रा और सूरज उर्फ झड़कहवा ने भी दस्तक देने की कोशिश की। लेकिन, मैंने उसे खदेड़ दिया। पवन मंडल ने पुलिस के समक्ष यह भी कहा कि मैं जमीन खरीदने वालों को सुरक्षा भी मुहैया कराता हूं। बताते चलें कि भाजपा नेता पंकज वर्मा हत्याकांड के पीछे सबसे बड़ी वजह प्रोपर्टी डिलिंग की ही सामने आई थी। पवन मंडल के अनुसार मैंने संजीव मंडल द्वारा खरीदे गए कई जमीन के प्लॉट के आगे का हिस्सा खरीद लिया था। इस कारण उसका करोड़ों रुपये फंस गया था। इस वजह से वह मुझे झूठे मुकदमें में फंसाने की साजिश रचने लगा था। इस काम में संजीव मंडल और उत्तम शर्मा उसकी मदद करता था।
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क्या कहते हैं विशेषज्ञ
गंगा रेल पुल निर्माण शुरू होने के बाद अचानक से मुंगेर के रीयल एस्टेट सेक्टर में तेजी आ गई। राज्य सरकार द्वारा मुंगेर में इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज जैसे तकनीकी संस्थान खोले जाने के बाद इसके एजुकेशन हब में विकसित होने की संभावनाएं बढ़ गई है। कर्मचारियों को भी छठे वेतन का लाभ मिला है। यह कुछ प्रमुख कारण हैं कि मुंगेर का रीयल एस्टेट सेक्टर लगातार बूम कर रहा है। जमीन के धंधे में अकूत पैसे के कारण अपराधियों का ध्यान भी इस ओर गया है। यही कारण है कि हाल के दिनों में कई वारदात हुई है। ऐसे में पुलिस प्रशासन को रीयल एस्टेट सेक्टर से जुड़े लोगों पर पैनी नजर रखनी चाहिए। साथ ही प्रशासन इस बात की भी पड़ताल करे कि मुंगेर के रीयल एस्टेट सेक्टर में अचानक से इतना पैसा कैसे निवेश हो रहा है। ब्लैक मनी के इंवेस्टमेंट को रोक कर हत्याओं के दौर को रोका जा सकता है।
प्रो. प्रकाश कुमार
विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र विभाग
वीआरएम कॉलेज मुंगेर