प्रगति में वैश्य समाज का अहम योगदान : महासेठ
खजौली (मधुबनी), संस : वैश्य समाज को किसी से द्वेष नहीं होता। यह सभी को साथ लेकर चलता है। समाज की
खजौली (मधुबनी), संस : वैश्य समाज को किसी से द्वेष नहीं होता। यह सभी को साथ लेकर चलता है। समाज की मजबूती एवं प्रगति में वैश्य समाज का योगदान अहम रहा है। उक्त बातें पूर्व मंत्री राज कुमार महासेठ ने गुरुवार को राष्ट्रीय वैश्य महासभा के तत्वावधान में स्थानीय किसान भवन में भामा शाह जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जो समाज को दिया उसे कोई नकार नहीं सकता। किन्तु सरकार उनके सम्मान के प्रति सक्रिय नहीं है। इसका प्रमाण है कि राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री द्वारा पटना में भामा शाह की प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा की गई जो अब तक पूरा नहीं हो सका है। पूर्व विधान पार्षद समीर कुमार महासेठ ने समाज के लोगों से एकजुट होने व अपने गौरवशाली अतीत को पुर्नस्थापित करने का आग्रह किया। विधायक अरुण शकर प्रसाद ने कहा कि दानवीर भामा शाह की जितनी बड़ी कृति है उतना उनका गान नहीं है। इतिहासकारों ने इसमें कहीं न कहीं कंजूसी की है। दोरिक पूर्वे ने संख्या अनुरूप वैश्य समाज की राजनीति में भागीदारी नहीं होने पर चिन्ता प्रकट की। रंधीर खन्ना ने वैश्य समाज की मजबूती के लिए सभी 56 उपजातियों में एकता की बात कही। जयंती समारोह को सुमन महासेठ, नागेन्द्र राउत, विश्वनाथ चौधरी, अजय भगत, रामप्रीत साह, कृष्णदेव साह, तुलसी गुप्ता, लालदेव चौधरी, उदय जायसवाल, सिकन्दर चौधरी, राम नारायण चौधरी आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता महेन्द्र चौधरी एवं संचालन मिश्री लाल मधुकर ने की। इस मौके पर विश्वनाथ साह, बजरंगी पंजियार, लक्ष्मण पंडित, जगदीश चौधरी, जीबछ साह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।