मन की शुद्धि के लिए सत्संग जरूरी
बाबूबरही (मधुबनी), संस : सतघारा ग्राम पंचायत मुख्यालय में गुरुवार को श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के
By Edited By: Published: Fri, 27 Mar 2015 01:03 AM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2015 01:03 AM (IST)
बाबूबरही (मधुबनी), संस : सतघारा ग्राम पंचायत मुख्यालय में गुरुवार को श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ के मौके पर मथुरा की साध्वी मुरलिका ने कहा कि मरने के बाद ही शरीर से मन साथ छोड़ देता है। मन वह शक्ति है जो पूरे शरीर का संचालन करता है। शरीर में इश्वरीय शक्ति है और मन में प्रभु विराजमान हैं। दस इंद्रिया वाला शरीर यंत्र की तरह काम करता है।
उन्होंने कहा कि मन की शुद्धि आवश्यक है। उसके लिए सत्संग करना जरूरी है। किसी भी योनि में अवतार लेने पर मन नहीं बदलता। सभी के शरीर का बनावट समान नहीं होता। सत्य का जिसे ज्ञान व पहचान हो वही सत्संग है। यज्ञ पूर्व गाव की महिलाओं एवं बालिकाओं ने आकर्षक कलश शोभा यात्रा निकाली।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें