मजदूरी भुगतान के लिए आमरण अनशन
झझारपुर (मधुबनी), संस : कस्तूरबा गाधी आवासीय विद्यालय लखनौर में वर्ष 2008 के संचालक द्वारा काम कराकर मजदूरी का भुगतान नहीं करने तथा एसडीएम के यहा इस संबंध में चल रहे वाद संख्या 8/13-14 में सिर्फ डेट पर डेट देने से आजिज लखनौर गाव का एक गरीब मजदूर गुरुवार से एसडीओ कार्यालय के सामने सपरिवार आमरण अनशन पर बैठ गया। अनशन पर बैठने वाला उक्त मजदूर राजू मंडल है जो अपनी पत्नी मीरा देवी, पुत्री शिखा कुमारी (10) तथा मासूम पुत्र रमण कुमार (7) के साथ अनशन पर बैठा है। अनशन पर बैठने की जानकारी उक्त राजू मंडल ने बीते 23 जुलाई को एसडीओ कार्यालय को दे दिया था और शिकायत की थी कि वह अपनी मजदूरी भुगतान के लिए वाद संख्या 8/13-14 में प्रति तारीख पर उपस्थित होता है जबकि बीईओ एवं अन्य प्रतिपक्षी उपस्थित नहीं होते तथा तारीख पर तारीख एक साजिश के तहत ले रहे हैं। मजदूर का कहना है कि वह मजदूरी करता है और प्रति तारीख पर आने में उसे फिजूल खर्च करना पड़ रहा है लेकिन उसकी दयनीय स्थिति पर कोई नहीं सुन रहा। जानकारी है कि श्रम विभाग ने इस संबंध में जो मामला दर्ज किया उसमें नौ हजार रुपये स्कूल प्रबंधन पर बकाया की राशि निर्धारित की गई और उतनी ही राशि जुर्माना के तौर पर अंकित कर वाद दायर किया गया यानि मात्र अठारह हजार रुपये के लिए एक मजदूर अपने हक के लिए वषरें से अधिकारियों एवं कोर्ट का चक्कर लगा रहा है लेकिन उसकी कोई सूनने वाला नहीं है। राजू मंडल ने अपने लिखित आवेदन में आरोपित किया कि तत्कालीन संचालक ने आदेशपाल पर पहले उसकी नियुक्ति की और बाद में जब वह नियुक्ति के एवज में पाच हजार अवैध घूस की राशि संचालक को नहीं दी तो उसे आदेशपाल की नौकरी से हटाकर दूसरे को आदेशपाल के पद पर रख लिया और काम के बदले उसकी मजदूरी भी नहीं दी। अनशन के प्रथम दिन एसडीओ जब कार्यालय आये तो राजू मंडल को दूसरे दिन आकर बात रखने को कहा लेकिन राजनगर विधानसभा के उपचुनाव में अंधराठाढ़ी की ओर जाने के कारण एसडीओ ने अनशनकारी से ठीक से वार्ता नहीं की। अनशनकारी की पत्नी मीरा देवी ने कहा कि 'आब सब किछु एसडीओ साहब के हाथ मे छैन' यानी राजू मंडल एवं उसके परिवार की निगाहें एसडीओ के सहृदयता पर अब टिकी हैं।