खाली ऑक्सीजन सि¨लडर दे रहा मौत को दावत
मधेपुरा। गोरखपुर में हुई घटना के बाद भी अस्पताल प्रशासन नहीं सचेत हुआ है। मधेपुरा के अस्
मधेपुरा। गोरखपुर में हुई घटना के बाद भी अस्पताल प्रशासन नहीं सचेत हुआ है। मधेपुरा के अस्पतालों में भी आक्सीजन की किल्लत है। सदर अस्पताल सहित जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ऑक्सीजन सि¨लडर की कमी है। सदर अस्पताल सहित जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कुल 245 ऑक्सीजन सि¨लडर की जगह मात्र 88 सि¨लडर उपलब्ध है। 88 सि¨लडर में भी 52 सि¨लडर को विभिन्न अस्पतालों में खाली पड़ा था। ऐसे में ऑक्सीजन की कमी से हादसा हो जाए तो जिम्मेवारी कौन लेगा। अस्पताल प्रशासन के गंभीर नहीं रहने से स्थिति कभी भी भयावह हो सकता है।
नियमानुसार ग्रामीण क्षेत्र में 24 घंटे सभी सि¨लडर भरा रहना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर उसे उपयोग में लाया जा सके। ग्रामीण क्षेत्र में ऑक्सीजन सि¨लडर भरने की व्यवस्था नहीं रहने के कारण जिला मुख्यालय से सि¨लडर भरवाना पड़ता है। ऐसे में ऑक्सीजन सि¨लडर भरवाने में काफी परेशानी होती है।
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अस्पताल - कुल सि¨लडर - भरा सिलेंडर
सदर अस्पताल - 34 - 10
प्र.स्वा.केन्द्र शंकरपुर - 4 - 2
प्र.स्वा.केन्द्र गम्हरिया - 3 - 3
प्र.स्वा.केन्द्र घैलाढ़ - 3 - 2
प्र.स्वा.केन्द्र ¨सहेश्वर - 3 - 1
प्र.स्वा.केन्द्र मुरहो - 3 - 1
प्र.स्वा.केन्द्र मुरलीगंज - 5 - 3
प्र.स्वा.केन्द्र कुमारखंड - 5 - 4
प्र.स्वा.केन्द्र ग्वालपाड़ा - 4 - 2
प्र.स्वा.केन्द्र उदाकिशुनगंज - 6 - 4
प्र.स्वा.केन्द्र आलमनगर - 5 - 2
प्र.स्वा.केन्द्र बिहारीगंज - 5 - 2
प्र.स्वा.केन्द्र चौसा - 5 - 3
प्र.स्वा.केन्द्र पुरैनी - 3 - 3
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सदर अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ऑक्सीजन सि¨लडर रहना आवश्यक है। सि¨लडर भरी रहनी चाहिए। परन्तु ऐसा नहीं है तो जांचोपरांत संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी। सदर अस्पताल सहित पीएचसी को सि¨लडर की संख्या बढ़ाने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
डॉ. शैलेंद्र कुमार गुप्ता
प्रभारी सिविल सर्जन, मधेपुरा