खैरात में नहीं बंटती बिजली जो मुफ्त दें कनेक्शन : विद्युत विभाग
मधेपुरा। अनुमंडल मुख्यालय के पटेल चौंक पर वर्षो से खड़ा हाईमास्ट लैंप महज शोभा की वस्तु बनी
मधेपुरा। अनुमंडल मुख्यालय के पटेल चौंक पर वर्षो से खड़ा हाईमास्ट लैंप महज शोभा की वस्तु बनी हुई है। चोराहे को को दुधिया रोशनी से चकाचौंध करने के बजाय खुद अंधेरा में पड़ा हुआ है। बिजली विभाग के अधिकारी का कहना है कि वे मुफ्त में किसी को बिजली बांट तो नहीं सकते है। शहरी क्षेत्र में नगर परिषद या नगर पालिका विधिवत रूप से हाईमास्ट लैंप के लिए कनेक्शन लेते हैं और बिजली बिल का भुगतान करते हैं। अब सवाल उठता है कि उदाकिशुनगंज अनुमंडल न तो नगर परिषद और न ही नगर पालिका है। ऐसे में इसका भार कौन उठाएगा। सवाल यह भी क्या सांसद ने बिना नियमों के ही यहां लाइट लगा दी।
मालूम हो कि सांसद शरद यादव ने सांसद मद से पटेल चौंक पर हाईमास्ट लैंप उपलब्ध कराया। उस समय कुछ दिनों के लिए चौंक पर हाईमास्ट लाइट से रोशन भी हुआ। लेकिन कुछ ही दिनों के बाद ही रोशनी बुझ गई। उसके बाद से लैंप ने प्रकाश नहीं उगला। बिजली विभाग के अधिकारी का मानना है कि हाईमास्ट लैंप के जलने से अधिक उर्जा खपत होती है। बावजूद कि इसमें खपत उर्जा का बिल कौन भुगतान करेगा। इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। ऐसे में विभाग लैंप में उर्जा प्रदान करने से विभाग लाचार है।
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मुफ्त में किसी को बिजली कैसे दिया जा सकता है। यदि कोई कनेक्शन ले तो तुरंत आपूर्ति चालू कर दी जाएगी। नगर परिषद या नगर पालिका क्षेत्र में कनेक्शन लिया जाता है। वहां बिजली बिल का भुगतान होता है। यहां पर पंचायत कनेक्शन ले तो बिजली जलेगी।
आजाद कुमार
कनीय अभियंता, उदाकिशुनगंज, मधेपुरा