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जिंदगी के बदले मौत बेच रहे दवाई दुकानदार!

मधेपुरा। दवा दुकानों पर यहां नशे का कारोबार हो रहा है। नशीली दवाएं बेची जा रही ह

By Edited By: Published: Thu, 01 Sep 2016 06:53 PM (IST)Updated: Thu, 01 Sep 2016 06:53 PM (IST)
जिंदगी के बदले मौत बेच रहे दवाई दुकानदार!

मधेपुरा। दवा दुकानों पर यहां नशे का कारोबार हो रहा है। नशीली दवाएं बेची जा रही है। शराब बंदी के बाद लोग अपनी तलब को दूर करने के लिए नशीली दवाओं का उपयोग करने लगे हैं। जबकि दवा दुकानों को निर्देश है कि चिकित्सक के लिखे जाने के बाद ही नशीली देना है। लेकिन आदेशों को नजर अंदाज कर कई दवा दुकानें अधिक मुनाफा के चक्कर में बेधड़क दवाएं दे रहे हैं। इसका खुलासा औषधी निरीक्षक के जांच में भी हो चूका है। कई दुकानदारों में जांच के दौरान बिना बिल की नशीली दवाएं मिल चुका है। घैलाढ़, उदाकिशुनगंज, ¨सहेश्वर, मुरलीगंज, मुरलीगंज सहित अन्य प्रखंडों में किये गए जांच में मामला सामने आया है।

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क्या है अधिनियम

ड्रग कंट्रोल विभाग औषधि एवं प्रशाधन सामग्री अधिनियम 1945 के नियम 64 के तहत दवा विक्रेता लाइसेंस जारी करता है। यह अधिनियम काफी पुराना है। इस नियम को और सख्त करने की जरुरत है। दुकानदार नियम की अनदेखी कर दुकानों में नशीली दवाएं अधिक मात्रा में रखते हैं। कई दवा बिक्रेता जिनके लाइसेंस रद कर दिये जाते हैं वे आयुर्वेदिक दवा बेचने का लाइसेंस हासिल कर दुकान चलाते हैं।

रहती है मॉनीटरिंग की व्यवस्था

दवा दुकानों पर प्रतिबंधित नशे की दवाओं की बिक्री न हो इसके लिए एक मॉनीट¨रग व्यवस्था की गयी है। इसके तहत ड्रग्स कंट्रोल विभाग को अधिकार है कि वे दवाइयों के थोक व खुदरा विक्रेता का जांच करें। सैंपल लेने का उद्देश्य मानक दवाओं की उपस्थिति की जांच करना होता है। जो लगातार चलता है।

बिना लाइसेंस चल रही दवा दुकान

जिले में कई दुकानें बिना लाइसेंस के चल रहे हैं। इन दुकानों में नशीली दवाएं धड़ल्ले से बेची जा रही है। लगातार मॉनीट¨रग के बाद भी ऐसे दुकानदार बिना भय के दुकान चला रहे हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के दवा दुकानों में नशीली दवाएं बेरोकटोक बेची जाती है।

शरीर पर पड़ता है बुरा असर

नशीली दवाई से शरीर पर बुरा असर पड़ता है। धीरे-धीरे प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। ऐसे में लोगों की जान तक जा सकती है। चिकित्सकों का कहना है कि नशा के आदि लोग शराब बंदी के बाद इन दवाओं का उपयोग करते हैं।

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लगातार दवा दुकानों की जांच की जाती है। दुकानों नशीली दवा न बेची जाए इसका निर्देश दुकानदारों को दिया गया है।

चंद्रकांत झा

औषधी निरीक्षक, मधेपुरा

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नशीली दवाओं के सेवन से शरीर पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। दवा दुकानदारों को बिना चिकित्सक के अनुमति के दवा बेचने को नहीं कहा गया है। अगर कोई दवा दुकानदार नियम की अनदेखी कर रहे हैं तो उनपर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. गदाधर पांडेय

सिविल सर्जन, मधेपुरा


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