सदर अस्पताल में नहीं हैं हड्डी रोग विशेषज्ञ
मधेपुरा। सदर अस्पताल सहित जिले में एक भी हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं रहने से हड्ड
मधेपुरा। सदर अस्पताल सहित जिले में एक भी हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं रहने से हड्डी रोग से संबंधित रोगियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों की परेशानी को देखते हुए भी स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं कर रही है। जानकारी हो कि पिछले एक वर्ष से जिले में एक भी हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक का पदस्थापना नहीं रहने से अस्पताल आने वाले हड्डी रोग से संबंधित मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। रेफर होने वाले मरीज या तो बगल के जिले सहरसा या सुपौल अस्पताल जाकर इलाज करवाते हैं या स्थानीय निजी चिकित्सक के यहां जाकर इलाज करवाते हैं। लिहाजा मरीजों को निजी अस्पतालों पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। माह में एक दिन सदर अस्पताल परिसर स्थित सिविल सर्जन कार्यालय में दिव्यांगता जांच शिविर का आयोजन किया जाता है। शिविर में दिव्यांगता जांच हेतु जिले भर से आने वाले शारीरिक रूप से दिव्यांगों की जांच हेतु दूसरे जिले से चिकित्सक को बुलाकर दिव्यांगों की जांच करवा कर प्रमाण पत्र दिया जाता है। हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के पदस्थापन के बाबत सिविल सर्जन डा. गदाधर प्रसाद पांडेय ने बताया कि चिकित्सक के पदस्थापना को लेकर कई बार विभाग को तो लिखा ही गया है साथ ही क्षेत्रीय अपर निदेशक को बार बार पत्र लिख सहरसा या सुपौल जिले से सप्ताह में दो दिन हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को प्रतिनियुक्त करने का अनुरोध किया गया है। परन्तु अब तक प्रतिनियुक्त नहीं किया जा सका है। क्षेत्रीय अपर निदेशक स्वास्थ्य सहरसा डा. शशिभूषण शर्मा ने बताया कि सिविल सर्जन को बोला गया है कि सप्ताह में दो दिन सहरसा या सुपौल सदर अस्पताल से हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति सदर अस्पताल मधेपुरा में कर दी जायेगी। उसके लिए तिथि का निर्धारण कर पत्र के माध्यम से जानकारी देने को कहा गया है। परन्तु सिविल सर्जन के द्वारा तिथि निर्धारित कर पत्र नहीं भेजा गया है। पत्र प्राप्ति के साथ ही चिकित्सक प्रतिनियुक्त कर दिया जायेगा।उन्होंने बताया कि इसके अलावे मधेपुरा सदर अस्पताल में स्थायी रूप से हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के पदस्थापन को लेकर विभाग को भी आवश्यक पत्र लिखा गया है।