परदेशी को लुभाने में जुटे हैं प्रत्याशी
मधेपुरा [संजय कुमार सुमन]। जीत का सेहरा पहनने के लिए प्रत्याशी कोई कसर छोड़ना नहीं चाह रहे हैं। नयी-न
मधेपुरा [संजय कुमार सुमन]। जीत का सेहरा पहनने के लिए प्रत्याशी कोई कसर छोड़ना नहीं चाह रहे हैं। नयी-नयी तरकीब अपना रहे हैं। इसी दौर में उनकी नजर अब परदेशी वोटर पर है। उन्हें बुलाने के लिए एक दल को सक्रिय किया गया है। फोन नंबर ऊपर कर उनसे संपर्क किया जा रहा है। यहीं नहीं आने-जाने का किराया भी देने की बात हो रही है। यूं कहें कि परदेशी वोटर को लुभाने के लिए कई प्रकार की रणनीति तैयारी की जा रही है।
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परदेशी वोटर भी हैं खुश
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपने चहेते प्रत्याशी को वोट देने के मद्देनजर गांव में परदेशियों का आना शुरू हो गया है। वे खुश हैं। चलों आने-जाने का किराया मिल रहा है। परिवार व सगे-संबंधी से मिल लिए और वोट भी दे देंगे। परदेशी अपने-अपने भाई,भाभी,दोस्त,चाचा,चाची के पक्ष में मतदान करने गांव पहुंच रहे हैं। चौसा प्रखंड के मोरसंडा गांव निवासी सुशील कुमार, मुकेश कुमार, पवन कुमार आगामी 26 मई को होने वाले चुनाव में अपने भाई के पक्ष में मताधिकार करने गांव आये हैं। अपने सजो समान के साथ चौसा बस पड़ाव पर टैक्सी से उतरने के बाद जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पहली बार गांव में मुखिया चुनाव में वोट डालने आए हैं।
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परदेशी वोटर पर सबकी निगाहें
इस बार परदेशी वोटर पर सभी प्रत्याशियों की नजर है। मंगलवार को एक प्रत्याशी ने बताया कि इस बार परदेशी लोगों का सूची तैयार किया जा रहा है। इसी तरह दिल्ली में कार्य कर रहे मकसूद आलम, परवेज आलम, सुनील कुमार, पंकज कुमार यादव ने बताया कि वे वोट डालने के लिए ही इस बार घर आए हैं। अजगैवा के संजय मुनी, विकास कुमार, बसैठा के प्रकाश मंडल बताते हैं कि उनके आने से प्रत्याशी का मनोबल भी बढ़ा गया है। इस चुनाव में हार जीत का फैसला बहुत कम मतों से होता है। इसलिए एकवोट की कीमत है। परदेशी न सिर्फ मतदान करने आये हैं,बल्कि अपने चहेते प्रत्याशी के पक्ष में एक गांव से दूसरे गांव जाकर अन्य वोटरों को रिझाने में लगे हैं। वहीं अपने संबंधी एवं दोस्तों के गांव आ जाने से चुनावी मैदान में जमे प्रत्याशी भी अधिक उत्साहित हो गये हैं।