अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा भेलवा पंचायत
प्रखंड के भेलवा पंचायत अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। यह पंचायत राजस्व के मामले में अब भी बभनी भेल
प्रखंड के भेलवा पंचायत अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। यह पंचायत राजस्व के मामले में अब भी बभनी भेलवा के नाम से जाना जाता है। विकास की बात करें तो पंचायत सरकार भवन प्रखंड में पहले यही बना है। पंचायत के मुखिया विकास कार्यो को गिनाते नही थकते हैं वहीं ग्रामीण का भी इससे इंकार नहीं हैं। लोगों को मलाल हैं कि पंचायत में बिजली का कार्य धीमी गति के कारण विलम्ब हुआ हैं। उच्च विद्यालय के साथ-साथ, स्वास्थ्य उपकेन्द्र भी नहीं है। मलाल तो इस बात को लेकर भी हैं कि कई योजनाएं अब भी पंचायत में अधूरा पड़ा हुआ है।
क्या कहतें हैं मुखिया
मुखिया श्याम यादव कहते हैं कि पंचायत का चहुंमुखी विकास हुआ है। विकास धरातल पर दिख रहा हैं। पंचायत सरकार भवन प्रखंड में पहली बार भेलवा में ही बना हैं। विकास के पैमाने पर यह पंचायत का अलग ही महत्व रहा है। पंचायत के अन्दर सभी पक्की सड़क से मुहल्ले को जोड़ा गया है। वहीं दो आंगनबाड़ी केंद्र का भी निर्माण किया गया है। इसमें एक भवन राशि के अभाव में अधूरा है। राजीव गाधी सेवा केंद्र निर्माणाधीन है। पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से वृक्षारोपण का कार्य भी किया गया है। जहा तक राजस्व ग्राम का सवाल है इस बाबत में कई बार संबंधित विभाग को कहा गया है। जल्द ही इस पंचायत को राजस्व ग्राम का दर्जा मिल जाएगा। अन्य कार्य भी हो रहे हैं।
क्या कहते हैं ग्रामीण
गाव के विकास की बाबत में वार्ड बैद्यनाथ मंडल कहते हैं कि पंचायत का समुचित विकास हुआ है। लेकिन मलाल है कि पंचायत में कई ऐसे कार्य है जो अधूरे हैं। जिन्हें समय से पुरा नही हो सका है। वार्ड संख्या पांच के सुलेमान साफी ने बताया कि मुखिया ने पंचायत का विकास किया है परन्तु इस वार्ड में बीपीएल परिवार को मिट्टी का भराई का कार्य नही किया गया है। वहीं आदेश मंडल बताते हैं कि बिजली नही होने का गम है सिलता है। क्योंकि गाव के चारों ओर बिजली जलती है। उन्होंने यह भी बताया कि इस पंचायत में लघु व कुटीर उद्योग की अपार संभावनाएं हैं। बुनकर की समस्या का सही निदान नही हो पाया है। वार्ड आठ के निवासी प्रभुनारायण मेहता बताते है कि पंचायत का विकास दस साल बनाम पाच साल में हुआ है। पंचायत का विकास सरजमीन स्तर से किया गया है। पंचायत में हर जगह सड़कों का निर्माण किया गया है। वार्ड संख्या सात के शभू सिंह ने कहा कि पंचायत के मुखिया के द्वारा विकास का कार्य किया गया है। टोले में मिट्टी भराई का कार्य किया गया है। गरीबों वृद्धा पेंशन दिया गया है। वहीं विजय कुमार सिंह बताते हैं कि पंचायत का विकास हुआ है। परन्तु भेलवा पंचायत को राजस्व ग्राम का दर्जा नहीं मिल पाया है।
पंचायत का परिचय
जिला मुख्यालय से 21 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम कोण में एवं प्रखंड मुख्यालय से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित इस पंचायत कई मायने में अपनी अलग पहचान बनाये हुये हैं। गाव में लगभग हर जाति के लोग बसे है। यहा कभी अपने हस्तकला के ताने बाने पर एक से बढ़कर एक कंबल उकरने वाला शिल्पीकार अपने हाथों से मुलायम व गर्म कंबल बनाने की कला को लेकर प्रसिद्ध था। यह कला तो आधुनिकता का भेंट चढ़ गया। इस पंचायत को पूर्व में निर्मल ग्राम का भी उपाधि प्राप्त हुआ था।
आंकड़ों में पंचायत
जनसंख्या :-7581(2011 के अनुसार)
मतदाता :-4378
महिला मतदाता :-2175
पुरूष मतदाता :-2203
परिवार की संख्या :-1470
बीपीएल परिवार :-873
एपीएल परिवार :-585
अन्नपूर्णा धारी :-12
पेंशनधारियों की संख्या :-950
उच्च विद्यालय - शून्य
मध्य विद्यालय :-03
प्राथमिक विद्यालय :-06
आंनगबाड़ी केंद्र :-08
जनवितरण प्रणाली दुकान:-03