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पांच बार हिली मधेपुरा की धरती, दो की मौत

संवाद सूत्र, मधेपुरा : चक्रवाती तूफान से अभी उबरे भी नहीं थे कि भूकंप का बार-बार आता झटका मधेपुरावास

By Edited By: Published: Sun, 26 Apr 2015 12:59 AM (IST)Updated: Sun, 26 Apr 2015 12:59 AM (IST)
पांच बार हिली मधेपुरा 
की धरती, दो की मौत

संवाद सूत्र, मधेपुरा : चक्रवाती तूफान से अभी उबरे भी नहीं थे कि भूकंप का बार-बार आता झटका मधेपुरावासियों को भयाक्रांत करने लगा है। शनिवार को दिन के 11:43 बजे आया जोरदार भूकंपीय झटका लोगों को अंदर से दहला गया। भूकंप के दौरान सिंहेश्वर की 70 वर्षीय सतनी देवी व ग्वालपाड़ा की भदिया देवी की मौत हो गयी। वहीं जिलेभर में दर्जन भर लोग जख्मी हो गए। इस दौरान कार्यालयों, बैंकों और बहुमंजिल इमारतों का गेट सबको छोटा प्रतीत होने लगा क्योंकि भागनेवालों की जमात सीढ़ी पर ही धींगामस्ती करती रही। सारा दिन लोग पूरी तरह से जागरूक रहे और फिर भूकंप का थोड़ा भी झटका उन्हें बाहर भागने को विवश करता रहा। बड़े झटके के बाद ढ़ाई बजे तक चार छोटे छोटे लोगों ने महसूस किया।

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प्रशासन ने दी चेतावनी : जब लगातार चार बार झटके थोड़े-थोडे़ समयावधि के बाद आने लगे तो प्रशासन द्वारा लाउडस्पीकर से चेतावनी संदेह प्रसारित किया गया कि भूकंप के झटके तीन बजे दिन तक और फिर शाम ताक फिर आ सकते हैं। सिस्मीक जोन होने के कारण ऐसी आशंका होती भी है। मुश्किल नवजात शिशुओं और वृद्ध के परिजनों को हुई। उन्हें भूकंप की दोबारा आने की आशंका के कारण घंटों बैठे रहना पड़ा।

कितनी हुई क्षति : भूकम्प के कारण कोई बड़ी क्षति नहीं हुई। लेकिन कई घरों के पुराने जर्जर दीवार भूकंप के सामने टिक नहीं पाये और ध्वस्त हो गये। विधान पार्षद ललन शर्राफ की स्टेशन चौक स्थित एक पुरानी गोदाम का दिवाल भी ढ़ह गया जबकि नत्थन मंडल (विधि महाविद्यालय रोड) की दिवाल, मनबोध यादव (पानी टंकी रोड) एवं वार्ड नं.-07 स्थित श्री राम का आवास दिवाल ढ़ह गया। शहरी क्षेत्र में कई घरों में क्रेक की भी शिकायत मिली है। जदयू नेता नरेश पासवान की एवं शहर के मुख्य पार्षद विशाल कुमार बबलू के आवास में भी क्रेक की शिकायत मिली है। सांसद पथ में डा. विजय कुमार टुन्ना की दिवाल भी दरक गई है। इसी प्रकार दर्जनों घरों में डरकने की शिकायत है। क्षति का आकलन प्रशासनिक स्तर पर भी हुआ था।

भूकंप के बार बार आते झटकों के कारण सभी कार्यालय बस नाम भर को खुले थे। सभी कर्मचारी और पदाधिकारी कभी बैठ तो कभी बाहर भागते रहे। पहला झटका 11:41 के बाद 12:17 बजे फिर 12:39 बजे फिर 02:26 बजे एवं 03:10 बजे में महसूस किया गया।


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