वित्तरहित शिक्षकों ने किया मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार
मधेपुरा, जागरण संवाददाता : वित्तरहित शिक्षकों ने मंगलवार से इंटर परीक्षा के मूल्यांकन कार्य का बहिष्
मधेपुरा, जागरण संवाददाता : वित्तरहित शिक्षकों ने मंगलवार से इंटर परीक्षा के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर दिया है। वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के नेताओं ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के द्वारा परीक्षाफल के आधार पर दी जाने वाली अनुदान राशि में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। इस गड़बड़ी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मोर्चा के नेताओं ने बातें की थी। उधर, वित्तरहित शिक्षकों की समस्याओं से अवगत होने पर उन्होंने भी गड़बड़ी की बात स्वीकार कर जल्द ही इसे दूर करने का आश्वासन दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री ने मोर्चा के नेताओं से हुई बातचीत के आलोक में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया। यही वजह है कि वित्तरहित शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य का पूरी तरह से बहिष्कार किया है।
मूल्यांकन कार्य पर पड़ेगा असर :
वित्तरहित शिक्षकों के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किए जाने का असर मूल्यांकन कार्य पर भी पड़ेगा। प्रदेश भर में बड़े तादाद में वित्तरहित शिक्षक प्रतिवर्ष इंटर परीक्षा का मूल्यांकन किया करते थे। लेकिन इसबार मोर्चा के इस निर्णय से मूल्यांकन कार्य में काफी विलंब हो सकता है। मोर्चा के प्रवक्ता मनोज भटनागर ने बताया कि मोर्चा के सभी सदस्यों ने एकजुट होकर यह निर्णय लिया है।
राज्यभर के शिक्षक करेंगे प्रदर्शन :
राज्य सरकार के विरोध में वित्तरहित शिक्षक छह अप्रैल को पटना के आर ब्लॉक चौराहे पर आमरण अनशन करेंगे। वही आठ अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन करेंगे। इस बाबत मोर्चा के प्रवक्ता ने बताया कि बहिष्कार की जानकारी मूल्यांकन केंद्रों के निदेशक को दे दी गई है। उन्होंने बताया कि मोर्चा के निर्णय से सभी वित्तरहित शिक्षकों को भी अवगत करा दिया गया है। ऐसे में कोई भी शिक्षक मूल्यांकन कार्य में शामिल नहीं होंगे।