जिले भर के अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप
संवाद सहयोगी, मधेपुरा : बिहार राज्य अनुबंध चिकित्सक संघ के आह्वान पर जिले भर में संविदा पर कार्य कर
संवाद सहयोगी, मधेपुरा : बिहार राज्य अनुबंध चिकित्सक संघ के आह्वान पर जिले भर में संविदा पर कार्य कर रहे चिकित्सक सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। चिकित्सकों के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हुई। चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने से सदर अस्पताल में सन्नाटा पसरा दिखा। अपनी मांगों को लेकर चिकित्सकों ने सिविल सर्जन को पत्र सौंपा। संविदा पर बहाल चिकित्सकों का कहना है कि राज्य सरकार संविदा चिकित्सकों की मांग को लगातार नजर अंदाज कर रही है। यही वजह है कि चिकित्सकों को मजबूरन हड़ताल पर जाने का निर्णय लेना पड़ा है। राज्य कार्यकारिणी की 15 फरवरी को हुई बैठक में हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया था।
संविदा चिकित्सकों ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब तक राज्य सरकार नियमित नियुक्ति को लेकर दिशा निर्देश जारी नहीं करती है,तब-तक चिकित्सकों का प्रदर्शन जारी रहेगा। हड़ताल के दौरान जिले के सभी संविदा सामान्य, विशेषज्ञ एवं दंत चिकित्सकों ने कार्य का बहिष्कार किया। हड़ताल की वजह से सदर अस्पताल सहित पूरे जिले के सरकारी अस्पतालों का जिम्मा मात्र 26 नियमित चिकित्सकों के उपर आ गया है। चिकित्सकों की कमी को देखते हुए सिविल सर्जन ने जिले भर के अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद कर केवल इमरजेंसा सेवा चलाने का निर्देश जारी किया है। सिविल सर्जन डा. जेपी मंडल ने कहा कि संविदा चिकित्सक स्वाइन फ्लू के खतरा के बीच हड़ताल पर जले गए हैं। हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बुरा असर तो पड़ेगा ही इसी को देखते हुए मंगलवार से ओपीडी सेवा को बंद कर केवल इमरजेंसी सेवा चलाने का निर्देश सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दे दी गई है। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने का प्रयास किया जा रहा है।
मांगों को लेकर चिकित्सकों ने किया कार्य का बहिष्कार:
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जिले भर के अस्पतालों में संविदा पर कार्य कर रहे चिकित्सकों ने कार्य का पूरी तरह से बहिष्कार किया। हड़ताल पर जाने वाले चिकित्सकों में डा. बीबी मंडल, डा. अमृता रश्मि, डा. इंदू कुमारी, डा. धनंजय कुमार, डा. केशव, डा. अंजनी कुमार, डा. फुल कुमार, डा. संतोष कुमार, डा. प्रिय रंजन भाष्कर, डा. संतोष कुमार सिंह, डा. विपुल कुमार, डा. अजय कुमार, डा. विनीत कुमार भारती, डा. रेणु कुमारी, डा. महाश्वेता, डा. अल्का सहित अन्य संविदा चिकित्सक शामिल थे।