शहर में कूड़ा निस्तारण में जनसहयोग की जरूरत
संवाद सूत्र, मधेपुरा : शहर के मुख्य मार्ग पर फैली गंदगी न सिर्फ नगर परिषद बल्कि शहरवासियों के लिए एक
संवाद सूत्र, मधेपुरा : शहर के मुख्य मार्ग पर फैली गंदगी न सिर्फ नगर परिषद बल्कि शहरवासियों के लिए एक बदनुमादाग है। मुख्यमार्ग और तिराहे-चौराहे पर घर-दुकान की गंदगी फेंककर जो लोग मुक्त हो जाते हैं। किंतु उसकी वजह से आमलोगों को समस्याएं होती है।
बताते चलें कि यह हाल है शहर के लखनऊ स्वीट्स हाउस और मधेपुरा होटल के बीच गुलजारबाग सड़क के तिराहे की। नगर परिषद के पास सैकड़ों कूड़ादान है जो या तो नगर परिषद में या फिर गली-मोहल्लों में औंधे पड़े हुए हैं। इस स्थल पर कोई कूड़ादान नहीं है और यहां अस्पताल के सारे लोग अपना कूड़ा यहां फेंकते हैं। इस स्थिति से निपटारे के लिए हालांकि नगर परिषद ने अपना टै्रक्टर लगा रखा है जो यहां जमे कूड़े को उठाती भी है। लेकिन लोग यहां प्रतिदिन इतना कूड़ा फेंकते हैं कि दूर मुहल्ले के सूअर भी यहीं आकर रोटी के जुगाड़ में भिड़े होते हैं। इस बाबत वार्ड नं.-20 की वार्ड पार्षद अनिता श्रीवास्तव बताती है कि यहां पहले कूड़ादान था लेकिन लोग इसमें कूड़ा नहीं फेंककर उसके बगल में फेंकते थे और कचरा सड़क पर ही रहता था। रविवार को कचरा नगर परिषद नहीं उठाती है लिहाजा कूड़ा-कचरा सड़क पर लोग डाल देते थे। अन्तत: कूड़ादान को नगर परिषद ने हटा दिया और उसी जगह पर अब लोग कूड़ा फेंकने लगे हैं। नगर परिषद को चाहिए कि डाक बंगला तिराहे से लेकर जीवन सदर तिराहे के बीच पांच छह कूड़ादान रखवा दें तभी यहां भी गंदगी कम हो सकेगी। इस मुतल्लिक एक और बात गौरतलब है कि जब हमारे प्रधानमंत्री ही स्वच्छता अभियान पर इतना ध्यान दे रहे हैं तो बाजार के क्षेत्र के लोग को भी चाहिए कि वे अपना कूड़ा नगर परिषद के कूड़ादान में ही डालें और कूड़ादान के लिए अपने वार्ड पार्षद के जरिये नगर परिषद से इसे हासिल करे।