पत्रकार की मौत के मामले में आया एक नया मोड़!
संवाद सूत्र (उदाकिशुनगंज) मधेपुरा : 20 दिनों पूर्व उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के हरैली गाव के निकट एनए
संवाद सूत्र (उदाकिशुनगंज) मधेपुरा : 20 दिनों पूर्व उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के हरैली गाव के निकट एनएच 106 पर हुई सड़क दुर्घटना में मारे गए हिन्दी चैनल के पत्रकार नीरज कुमार एवं उनके साथी अमर कुमार उर्फ राजू सिंह मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है।
पूर्णिया जिले के जानकीनगर थाना क्षेत्र के रामनगर गंगापुर गाव के एक व्यक्ति ने चश्मदीह गवाह होने का दावा करते हुए मधेपुरा के पुलिस अधीक्षक को डाक के जरिए पत्र भेजा है जिसमें आरोप लगाया गया है कि पत्रकार की बाइक में मुजफ्फरपुर से लौट रहे सहरसा के डाक अधीक्षक की गाड़ी से ठोकर लगी थी। पत्र में यह भी लिखा गया है कि साजिश के तहत पत्रकार और उसके साथी की हत्या की गई है। पत्र लिखने वाले व्यक्ति ने अपना नाम दर्शाया है लेकिन पुलिस से आग्रह किया है कि भविष्य में उनकी खोज ना करें। उन्होंने कहा है कि सहरसा के डाक अधीक्षक से पूछताछ करने पर मामले का खुलासा हो सकता है। यद्यपि वह पत्र कई तरह का संदेह पैदा करता है। जबकि घटना के दिन मृत पत्रकार नीरज के भाई निशात नील के बयान पर दर्ज थाना काड संख्या 105/14 में अज्ञात वाहन के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। फिर चार दिन बाद 12 अक्टूबर को निशात नील ने थाना में आवेदन देकर बताया था कि गाड़ी नम्बर (बीआर 43 पी 1027) से ठोकर लगी थी। आवेदन में उल्लेख किया गया था कि जरुरत पडने पर प्रत्यक्षदर्शी अपना बयान दे सकते है। पुलिस जाच में यह बात सामने आई थी कि जिस गाड़ी का उल्लेख किया गया है वह गाड़ी उदाकिशुनगंज के अंचलाधिकारी के नाम आवंटित है। अब सवाल उठता है कि पुलिस किस दावे को सही मानकर अगला कदम बढ़ाएगी। इधर परिजनों ने इसपर आशंका जताई है कि कहीं पूरा मामला दबकर न रह जाए। अनुसंधानकर्ता पुलिस अवर निरीक्षक केके चौधरी ने कहा कि पुलिस हर पहलुओं की जाच कर रही है बल्कि जाच पूरी होने के बाद वरीय अधिकारी को रिपोर्ट की जाएगी।