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पारंपरिक रूप से मना सुकराती

संवाद सूत्र, मधेपुरा : शुक्रवार को जिले में पशुपालक ने पारंपरिक ढंग से सुकराती पर्व मनाया। इस अवसर प

By Edited By: Published: Fri, 24 Oct 2014 07:58 PM (IST)Updated: Fri, 24 Oct 2014 07:58 PM (IST)
पारंपरिक रूप से मना सुकराती

संवाद सूत्र, मधेपुरा : शुक्रवार को जिले में पशुपालक ने पारंपरिक ढंग से सुकराती पर्व मनाया। इस अवसर पर अपने गाय-भैंसों को नहाकर उनकी पूजा की गयी। धान-दूब सामने में रखकर गाय के पांव की पूजा की गयी। चरवाहे के सिर में सरसों तेल और गाय के सिंग में सरसों तेल व सिंदूर लगाकर महिलाओं ने अपनी-अपनी गायों का अभिनंदन किया।

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इस अवसर पर साहुगढ़, तुनियाही, तुरकाही, मदनपुर आदि गांव में सुकराती मेला भी लगा जहां गाय भैंस से सुअरों को रोंदवाया गया। पशुपालकों ने अपनी-अपनी गाय भैंस की साफ सफाई कर उन्हें सजाकर उनका प्रदर्शन भी किया।

उदाकिशुनगंज : मुख्यालय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालको ने परम्परागत तरीके से गोवर्धन पूजा की। मौके पर पशुओं को स्नान कराकर माग में सरसो का तेल लगाकर सिंदूर पहनाया। शंकरपुर : पशुपालकन ने गोबर से गोव‌र्द्धन की आकृति बनाकर पूजा-अर्चना किया। किसानों ने अपने अपने मवेशियों के गले में रंग-बीरंगा डोरी बॉधकर श्रृंगार किया। इस अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के मौजमा, जीतपुर, कवियाही, बथान परसा सहित कई जगहों पर भव्य मेले का आयोजन किया।


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