पोस्टमार्टम की बदलेगी सूरत
संवाद सहयोगी, मधेपुरा : सदर अस्पताल परिसर स्थित लगभग एक सौ साल पुराने पोस्टमार्टम घर की सूरत बदलने ज
संवाद सहयोगी, मधेपुरा : सदर अस्पताल परिसर स्थित लगभग एक सौ साल पुराने पोस्टमार्टम घर की सूरत बदलने जा रही है। जर्जर हो चुके पोस्टमार्टम भवन का निर्माण कार्य आरंभ हो चुका है। भवन निर्माण कार्य पूरा होने तक संवेदक द्वारा चदरे का अस्थायी पोस्टमार्टम रूम बनाया गया है। सोमवार से अस्थायी रूम में पोस्टमार्टम का कार्य संपादित किया जाएगा।
अंग्रेजी हुकूमत के समय वर्ष 1914 ई. में निर्मित पोस्टमार्टम रूम के दिनों में पूरी तरह जर्जर हो चुका है। उसी जर्जर रूम में किसी प्रकार चिकित्सक द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया जाता था। साथ ही पोस्टमार्टम करने में परेशानी के साथ-साथ असुरक्षित भी था। बीएमआईसीएल के सौजन्य से रविवार को पोस्टमार्टम भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ होते ही पुराने पोस्टमार्टम रूम को तोड़ दिया गया। कारण उसी जगह पर निर्माण कार्य किया जाना है। पुराने भवन तोड़े जाने के बाद सिविल सर्जन डॉ. एनके विद्यार्थी के निर्देश पर संवेदक द्वारा बगल में चदरे का अस्थायी पोस्टमार्टम रूम का निर्माण करवाया गया। ताकि भवन के निर्माण कार्य पूर्ण होने तक अस्थायी भवन में पोस्टमार्टम का कार्य हो सके।
सिविल सर्जन डॉ. एनके विद्यार्थी ने बताया कि संवेदक को छह माह में निर्माण कार्य पूरा कर लेना है। उन्होंने बताया कि 65 लाख की लागत से बनने वाले नये पोस्टमार्टम भवन में डाक्टर रूम, स्टाफ रूम, शव रखने हेतु वातानुकूलित रूम, एनर्जी रूम एवं आदि शामिल होगा।
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कोट
65 लाख की लागत से बनने वाले नये पोस्टर्माटम भवन में डॉक्टर रूम, स्टाफ रूम, शव रखने हेतु वातानुकूलित रूम, एनर्जी रूम आदि शामिल है। छह महीने के अंदर नया पोस्टमार्टम भवन बन कर तैयार हो जाएगा।
= डॉ. एनके विद्यार्थी,
सिविल सर्जन, मधेपुरा।