सीएम की मुहल्ले में मौजूदगी रोमांच पैदा करती है मन में
मधेपुरा, संवाद सहयोगी : सीएम की यात्रा को लेकर एक तरफ प्रशासनिक और राजनीतिक हल्कों में सरगर्मी है। वहीं सीएम के विश्रामस्थल के आसपास बसे लोगों में उनकी यात्रा को लेकर तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है। पेश है लोगों की राय।
गिरीधारी प्रसाद चांद : यह हर्ष की बात है कि सीएम हमारे पड़ोस में ठहरे हैं। 10 दिनों तक रहेंगे। अब यह इलाका ही पूरा विशेष सुरक्षा जोन में आ गया है। जिसका एक अलग ही आनंद है। यह अवसर भी कभी कभी ही नसीब होता है इसलिए हम लोग बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
राम आधार सिंह : बताते हैं कि मुख्यमंत्री भले ही पड़ोसियों से नहीं मिले लेकिन ऐसा लगता है कि हमलोग उनके बेहद करीब है। जबकि मन में यह बात आती है कि वे हमलोगों से भी मिलने का वक्त निकाले। कारण उनकी यात्रा में हर बार मन उनसे मिलने का होता है। लेकिन आस पूरी नहीं हो पाती।
संजीव साह : चाय विक्रेता संजीव की नजर में सीएम साहब की 10 दिनों तक की उपस्थिति मन में रोमांच भर देती है। व्यवसाय में चार चांद लग जाता है। इससे पहले भी वह जब यहां ठहरे थे। तो मुझे व्यवसाय में लाभ मिला था। इस बार भी उम्मीद करता हूं कि इतनी बड़ी संख्या में दूर-दूर से पहुंचे सुरक्षाकर्मी तथा आगंतुक नेतागण मेरी दुकान पर ही चाय-नाश्ता का आनंद लेंगे।
राज : युवा व्यवसायी राज कहते हैं कि जब तक सीएम साहब रहते हैं तब तक तो यही लगता है कि प्रशासन कितना बदल जाता है। रोज सड़क पर सफाई देखने को मिल जाती है। जब आम दिनों में महीनों सफाई कर्मी नजर ही नहीं आते। काश ऐसा होता कि हुजूर हर महीने एक ही दिन के लिए मधेपुरा जरुर आए ताकि लोकल प्रशासन में उर्जा का संचार हो जाए।