खेल मैदान मांग रहा अपने दर्द का हिसाब
By Edited By: Published: Sat, 19 Apr 2014 05:40 PM (IST)Updated: Sat, 19 Apr 2014 05:40 PM (IST)
मधेपुरा, संसू : दर्जनों युवाओं को खेल के माध्यम से देश की सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार सेना व सिपाही की नौकरी दिलाने वाला मठाही स्थित खेल मैदान उपेक्षा का दंश झेल रहा है। इस मैदान का कायाकल्प अब भगवान भरोसे है। दो दशक पूर्व स्थानीय युवाओं ने इस मैदान को खेल का मैदान मानकर खेला कूदा करते थे। यह फू टबाल खिलाडि़यों का मक्का बन गया। अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल खिलाड़ी मिथलेश हो या फिक्सड बाल के खिलाड़ी कुमार प्रियरंजन सभी ने इसी मैदान को ही अपने खेल के लिए चुना। अब इस मैदान की हालात यह है कि यह अतिक्रमण की चपेट में आग गया है। ग्रामीण कई बार प्रशासन से इस अतिक्रमण के बारे में गुहार लगा चुके है। लेकिन किसी ने उनकी एक सुनी। लिहाज आने वाले दिनों यह मैदान ही पूरी तरह से समाप्त न हो जाए यह डर ग्रामीणों को सताने लगा है। कतिपय ग्रामीणों ने अतिक्रमण कर रखा है।
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