संग्रहालय के लिए चाहिए दो एकड़ जमीन, खोज शुरू
लखीसराय। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बिखरे पड़े ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने के लिए संग्रहालय
लखीसराय। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बिखरे पड़े ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करने के लिए संग्रहालय खोलने की मुख्यमंत्री की घोषणा को अमल में लाने की पहल शुरू हो गई है। संग्रहालय खोलने के लिए दो एकड़ जमीन चाहिए। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के उपसचिव ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर संग्रहालय निर्माण के लिए दो एकड़ जमीन उपलब्ध कराने को कहा है। जानकारी हो कि निश्चय यात्रा के दौरान लखीसराय आगमन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर संग्रहालय के लिए जमीन की तलाश करने का निर्देश दिया था। करीब छह माह पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश का अब जाकर पालन होता दिख रहा है। हालांकि केन्द्रीय विद्यालय से लेकर जिले के कई सरकारी भवनों के निर्माण के लिए जमीन की तलाश पूरी नहीं हो सकी है। प्रशासनिक उदासीनता से जमीन के अभाव में कई योजना लंबित पड़ी है। ऐसे में संग्रहालय के लिए दो एकड़ जमीन की तलाश कब पूरी होती है यह देखने वाली बात होगी। दूसरी ओर विभाग के पुरातत्व निदेशालय के निदेशक ने जिले के पुरातात्विक स्थलों को सुरक्षित घोषित करने के लिए जिलाधिकारी से राजस्व विवरणी एवं चौहद्दी के साथ नक्शा उपलब्ध कराने को कहा है। निदेशालय ने बालगुदर, जयनगर लाली पहाड़ी, सतसंडा पहाड़ी, नोनगढ़, घोषिकुंडी, बिछवे पहाड़ तथा लय को बिहार प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल अवशेष तथा कलानिधि अधिनियम 1976 की सुसंगत प्रावधानों के तहत सरकार सुरक्षित स्मारक घोषित करेगा।