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लखीसराय बाल विकास परियोजना कार्यालय में घपला की आशंका

संस., लखीसराय : लखीसराय बाल विकास परियोजना कार्यालय में 64 लाख 64 हजार 960 रुपये घपला होने की संभावन

By Edited By: Published: Tue, 03 Mar 2015 01:05 AM (IST)Updated: Tue, 03 Mar 2015 01:05 AM (IST)
लखीसराय बाल विकास परियोजना कार्यालय में घपला की आशंका

संस., लखीसराय : लखीसराय बाल विकास परियोजना कार्यालय में 64 लाख 64 हजार 960 रुपये घपला होने की संभावना है। 14 फरवरी 2015 को अनुमंडल पदाधिकारी अंजनी कुमार द्वारा लखीसराय बाल विकास परियोजना कार्यालय के निरीक्षण में उक्त मामला प्रकाश में आया है। अनुमंडल पदाधिकारी ने जांच में पाया कि पोषाहार की रोकड़ पंजी में 64 लाख 64 हजार 960 रुपये को कोई हिसाब-किताब नहीं है। उक्त राशि खर्च कर दी गई लेकिन चार वर्षो से उसका अभिश्रव जमा नहीं किया गया। उक्त राशि से संबंधित कोई भी विवरणी लखीसराय बाल विकास परियोजना कार्यालय में उपलब्ध नहीं पाया गया। वर्ष 2010 में भी लगभग इतनी ही राशि अग्रिम के रूप में पाई गई है। अनुमंडल पदाधिकारी ने अपनी जांच टिप्पणी में निश्चित तौर पर उक्त राशि का गबन कर लिए जाने की आशंका जताई है। उन्होंने सीडीपीओ लखीसराय को रोकड़ पंजी अविलंब अद्यतन करने का निर्देश दिया है। अनुमंडल पदाधिकारी के ज्ञापांक 73, दिनांक 21 फरवरी 2015 द्वारा जिला पदाधिकारी एवं जिला प्रोग्राम पदाधिकारी को निरीक्षण टिप्पणी भेजी गई है। अनुमंडल पदाधिकारी ने लखीसराय बाल विकास परियोजना कार्यालय के निरीक्षण में कई अन्य खामियां भी पाई है। इनडेक्स रजिस्टर, आरटीआई पंजी, जिला जनता दरबार, मुख्यमंत्री जनता दरबार, उच्च न्यायालय पंजी, लोकसभा-विधानसभा प्रश्न पंजी एवं वाहन पंजी संधारित नहीं पाया गया। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण से संबंधित कोई संचिका नहीं पाई गई। अनुमंडल पदाधिकारी ने अपने निरीक्षण टिप्पणी में कहा है कि इससे स्पष्ट होता है कि माह के अंत में निरीक्षण की खानापूर्ति कर ली जाती है।


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