शरदचंद हत्याकांड : मखरू व खिखर भी आए लपेटे में
संवाद सहयोगी, लखीसराय : चर्चित बालिका विद्यापीठ के मंत्री डा. शरदचंद हत्याकांड मामले में कुख्यात दो
संवाद सहयोगी, लखीसराय : चर्चित बालिका विद्यापीठ के मंत्री डा. शरदचंद हत्याकांड मामले में कुख्यात दो भाईयों मखरू सिंह एवं खिखर सिंह भी जांच के लपेटे में आ गए हैं। उक्त दोनों का नाम आते ही डा. शरदचंद हत्याकांड ने नया मोड़ ले लिया है। बड़हिया थाना क्षेत्र के खुटहा निवासी संजय सिंह हत्याकांड में गिरफ्तार कुख्यात पंकज कुमार ने पुलिस के समक्ष दिये अपने स्वीकारोक्ति बयान में इस मामले का खुलासा किया है। बताया जाता है कि पंकज मखरू और खिखर का खास शूटर है जो उनके इशारे में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है। संजय सिंह की भी हत्या पंकज ने ही की थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस के समक्ष दिये बयान में पंकज ने स्वीकारा की खुटहाडीह गांव निवासी संजय सिंह की हत्या के पूर्व 02 अगस्त 2014 को मखरू सिंह एवं खिखर सिंह के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर बालिका विद्यापीठ के मंत्री रहे डा. शरदचंद की हत्या की थी। उक्त घटना में उसके साथ बभनगांवा गांव के नीरज सिंह, रौशन सिंह, कैयार गांव के रौशन सिंह एवं रामचंद्रपुर गांव के रौशन सिंह भी थे। पंकज ने बताया कि अपने पिता क ी हत्या एवं बालू ठेकेदारी में वर्चस्व को लेकर अपराध जगत में प्रवेश किया। पुलिस के समक्ष कुख्यात पंकज ने बालू की ठेकेदारी में वर्चस्व को लेकर पूर्व में हुए 12 से 14 कांडों के अलावा डा. शरदचंद हत्याकांड एवं खुटहा डीह में संजय सिंह हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। पंकज के द्वारा पुलिस को दिये गये बयान के बाद डा. शरदचंद हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है।