बाइपास सड़क निर्माण की प्राथमिकता तय
संस., लखीसराय : लखीसराय शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए चिरलंबित ड्रीम प्रोजेक्ट लखीसराय बाइपास सड़क निर्माण को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने इस ड्रीम प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने की पहल तेज कर दी है। जिलाधिकारी श्री सिंह ने पिछले दिनों बाइपास सड़क निर्माण की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्य को निर्धारित तिथि तक पूरा कराने एवं इसमें आ रही गतिरोध को दूर करने के लिए लखीसराय बाइपास टास्क फोर्स का गठन किया है।
जानकारी के अनुसार 122.28 करोड़ की लागत से 6.593 की दूरी के बाइपास सड़क का शिलान्यास तात्कालिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 22.5.13 को करते हुए इसे पूरा करने की तिथि 21.05.15 तय कर दी। जिसके अनुसार निर्माण कार्य पूरा करने के लिए 10 माह शेष बचे हैं। हालांकि बाइपास निर्माण में सबसे बड़ी चुनौती भूमि अधिग्रहण की है। जानकारी के अनुसार 23 एकड़ भूमि अधिग्रहण किया जाना है। इसके लिए पथ प्रमंडल के अभियंता एवं अंचलाधिकारी द्वारा भूमि मालिकों के साथ बैठक की गई। लेकिन भूमिदाताओं ने भूमि देने में असहमति प्रकट की है। जिसके कारण निर्माण कार्य बाधित हो रहा है। जानकारी के बाइपास निर्माण कार्य करा रहे बाबा हंस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी द्वारा बीते करीब 14 माह में मंडलकारा लखीसराय, सरकारी बस स्टैंड होते हुए पचना रोड तक मिट्टी व जीएसबी वर्क पूरा कर लिया गया है। बाइपास सड़क के बीच मेन लाइन व गया लाइन में दो आरओबी निर्माण की स्वीकृति दे दी गई है। इसके लिए निर्माण कंपनी द्वारा पाइलिंग कार्य के लिए प्लांट भी लग चुका है। लेकिन जमीन अधिग्रहण की पेंच बरकरार है। जिलाधिकारी ने प्राथमिकता के आधार पर भूमि अधिग्रहण के लिए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी की संयुक्त टीम गठित कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। जिलाधिकारी स्वयं इस योजना की मानेटरिंग करेंगे तथा महीने के प्रथम एवं तीसरे शनिवार को लखीसराय बाइपास टास्क फोर्स की बैठक में प्रगति की समीक्षा करेंगे। सड़क निर्माण करा रही एजेंसी की मानें तो जमीन का अधिग्रहण हो जाता है तो निश्चित समय पर योजना पूरी कर ली जाएगी।