अब चलेगा मोदी-नीतीश का जादू, बढ़ेगी विकास की गति
किशनगंज। सूबे की राजनीति में पिछले कुछ महीने से लगातार उतार- चढ़ाव हो रहा था। सीएम नी
किशनगंज। सूबे की राजनीति में पिछले कुछ महीने से लगातार उतार- चढ़ाव हो रहा था। सीएम नीतीश कुमार द्वारा जब नोटबंदी का समर्थन किया गया। उसी समय से लोगों को लगने लगा कि महागठबंधन की डोर कमजोर हो चली है। यह गठबंधन कभी भी टूट कर बिखर सकता है। इधर भाजपा भी अपना वनवास समाप्त करने के लिए जोर लगा रही थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी लगने लगा कि महागठबंधन में दरार पड़ गई है। इसके बल पर सूबे की बागडोर नही संभल पाएगी। महागठबंधन की कमजोर कड़ी को पहचानते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी का जादू काम कर गया। बिहार में एक बार फिर भाजपा और जदयू मिल कर सरकार बनाने में कामयाब रही। अब केन्द्र और राज्य में एक ही गठबंधन की सरकार रहने के कारण बिहार का विकास अब तीव्र गति से होगा। राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर ज्यादातर बुद्धिजीवियों ने कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया दी। हालांकि कुछ की राय है कि जनादेश महागठबंधन को मिला था। इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दोबारा जनादेश हासिल करना चाहिए।
शहर के प्रमुख लोगों की राय :
फोटो- 27 केएसएन 54,
सूबे में नई सरकार बनने के बाद ऐसा लगने लगा है कि विकास की गति एक बार फिर तेज होगी। इससे सूबे के लोगों का अवश्य ही भला होगा। अब लोगों में एक नई उम्मीद जगी है। नई सरकार को चाहिए कि लोगों की हर उम्मीदों को पूरा करने के लिए सभी योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारें।
युगल किशोर तोषणीवाल। उद्योगपति।
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फोटो- 27 केएसएन 55,
सूबे में जो नई सरकार बनी है इससें केंद्र और राज्य एक प्लेटफार्म पर आ गए हैं। हमेशा देखा गया है कि जब-जब केंद्र और राज्य में एक पार्टी की सरकार बनी है वहां विकास कार्य हमेशा ही अनवरत गति से चलता रहा है। यहां भी विकास की रफ्तार तेज होगी।
राज करण दफ्तरी। उद्योगपति।
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जब से सूबे में महागठबंधन की सरकार बनी थी विकास कार्य पूर्ण रूप से ठप हो गया था। लोगों में मायूसी छाने लगी लगी थी। ऐसी विकट स्थिति में जदयू ने भाजपा का साथ देकर बेहतरीन फैसला लिया है। अब लगता है कि बिहार में एक बार फिर विकास की गंगा बहेगी।
भागचंद जैन। अध्यक्ष मारवाड़ी मर्चेंट कमेटी।
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फोटो- 27 केएसएन 57,
महागठबंधन का अंत होना सूबे के लिए शुभ संकेत है। क्योंकि महागठबंधन में सूबे के विकास के स्थान पर परिवार के विकास पर जोर दिया जा रहा था। लेकिन नई सरकार के बनने से लोगों में हर्ष व खुशी का माहौल व्याप्त होने लगा है।
श्यामानंद झा। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित।
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फोटो- 27 केएसएन 58,
सूबे के विकास के लिए सबसे जरूरी है कि स्थाई सरकार बने। भाजपा-जदयू के सहयोग से जो अब जो सरकार बनी है। इनका एक ही उद्देश्य है कि सूबे का विकास हर हाल में होगा। जो कुछ भी हो लोगों को तो विकास चाहिए।
शंकर माहेश्वरी, उद्योगपति।
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पिछले विधानसभ चुनाव में लोगों ने भाजपा के विरोध में जनादेश दिया था। लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने महाबठबंधन को तोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया। ऐसा कर इन्होंने सूबे के लोगों के वोट का गलत इस्तेमाल किया।
समय आने पर सूबे की जनता जरूर इसका जवाब देगी।
प्रो. शफी, सांसद प्रतिनिधि।