Move to Jagran APP

समय पर नहीं आते हैं साहब, समस्या का नहीं हो रहा समाधान

किशनगंज। बिजली विभाग में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। यहां उपभोक्ताओं के समस्याओं की लंबी लिस्ट है

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 05:28 PM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 05:28 PM (IST)
समय पर नहीं आते हैं साहब, समस्या का नहीं हो रहा समाधान
समय पर नहीं आते हैं साहब, समस्या का नहीं हो रहा समाधान

किशनगंज। बिजली विभाग में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। यहां उपभोक्ताओं के समस्याओं की लंबी लिस्ट है। एक तो अधिकारी समय पर नहीं आते हैं। वहीं, उपभोक्ताओं को सुनने वाला कोई नहीं है। न तो उपभोक्ताओं को समय पर बिल मिलता है और न ही मीटर री¨डग ही होती है। एक बार में दो-दो महीना का बिल भेज दिया जाता है। बिल सुधार के लिए उपभोक्ता कार्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं। इतना ही नहीं बिजली कनेक्शन के लिए भी महीनों तक दौड़ लगाया जाता है। बुधवार को जागरण की टीम ऑन द स्पॉट कॉलम के जरिए बिजली विभाग की सच्चाई से रूबरू हुई। टीम जब बिजली कार्यालय पहुंचे तो कई उपभोक्ता अपनी समस्या सुनाने लगे।

loksabha election banner

---------------

समय 10.30 बजे

बिजली कार्यालय परिसर घुसते ही सामने बिल जमा करने के लिए कांउटर पर उपभोक्ताओं की लंबी कतार लगी थी। एक ही कांउटर पर महिला व पुरुष उपभोक्ता कतार में लगे थे। कहने को तो यहां दो कांउटर है लेकिन एक ही कांउटर खुला हुआ था। यहां महिलाओं के लिए एक भी कांउटर नहीं है। इस भीषण गर्मी में सभी एक ही साथ कतार में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। लाइन में खड़े उपभोक्ताओं ने बताया कि अपनी समस्या सुनाई।

समय 10.45 बजे

बिजली कार्यालय के मुख्य द्वार से सटे कमरे में एक कार्यपालक सहायक धीरज कुमार झा बैठे थे। यहां भी उपभोक्ताओं की कतार थी। पूछने पर बताया कि बिल ¨प्रट कर रहे हैं। यहां विभिन्न जगहों से उपभोक्ता बिल लेने के लिए खड़े थे। उपभोक्ताओं ने बताया कि बिल देने में भी यहां परेशान किया जाता है।

समय-10.55 बजे

दरवाजे से सटे बाएं तरफ कमरे में चार कर्मी बैठकर कर काम निपटा रहे थे। इनमें तीन कार्यपालक सहायक व एक जेई थे। कर्मियों ने बताया कि इसी कमरे में एसडीओ प्रेम राज भी बैठते हैं। जो वहां मौजूद नहीं थे। कार्यपालक सहायक रोहित शर्मा के बगल में जेई मिथुन कुमार कंप्यूटर पर बैठ कर काम निपटा रहे थे। जेई के बगल में कार्यपालक सहायक सुधांशु मोदक व श्याम ¨सह बैठ कर काम निपटा रहे थे। वहीं एक कुर्सी खाली थी। बताया गया कि एक कार्यपालक सहायक वसूली में निकले हैं। 11.30 बजे तक एसडीओ कार्यालय नहीं पहुंचे थे। कर्मियों ने बताया कि अभी राजस्व वसूली का टारगेट है। उसी में एसडीओ साहब लगे हुए हैं। थोड़ी देर में आ जाएंगे।

समय-11.00 बजे

एसडीओ के कमरे से ही हाथ में बैग लेकर एक सज्जन निकल रहे थे। पूछने पर बताया कि कार्यालय के बड़ा बाबू हैं। उन्होंने अपना नाम जाबिर आलम बताया। उन्होंने बताया कि अभी कलेक्शन में निकलना है। तीन चार कर्मियों के साथ वो कलेक्शन में निकल गए।

समय-11.15 बजे

इसी परिसर में पावर सब स्टेशन भी है यहां भी जेई अमिताभ कुमार अपने कमरे में नहीं थे। स्विच बोर्ड ऑपरेटर सुरेन्द्र कुमार रंजन अपने ड्यूटी पर मौजूद थे। उन्होंने पूछने पर बताया कि साहब कलेक्शन के लिए कर्मियों को विभिन्न जगहों पर डिप्यूट करने में लगे हैं। अब आ ही जाएंगे।

यहां मिलती 24 घंटे बिजली

बिजली अधिकारियों की मानें तो यहां 24 घंटे बिजली मिल रही है। किसी किसी दिन गड़बड़ी होने पर बिजली बाधित हो जाती है। पावर सब स्टेशन कर्मियों की मानें तो 20 से 26 अप्रैल तक लगातार 24 घंटे बिजली मिल रही है।

कहते हैं उपभोक्ता

बिल कांउटर पर कतार में खड़े उपभोक्ता लोहार पट्टी के खुर्शीद ने बताया कि हर महीना मीटर री¨डग नहीं होता है। इस बार 44 दिन का बिल भेज दिया है। चूड़ीपट्टी के शोभन रावत ने बताया कि बिल सुधार के लिए चार महीना से दौड़ रहे हैं लेकिन बिल सुधार नहीं हो रहा है। लोहारपट्टी के आफताब की भी बिल गड़बड़ी की समस्या थी। खगड़ा के साहिद ने बताया कि दो कांउटर रहने के बाद भी यहां केवल एक ही कांउटर खोला जाता है। जिससे सुबह से लंबी कतार में खड़े होकर परेशान हैं।

---------------

कोट -

बिजली का नया टैरिफ लागू ह़ुआ है। हरेक उपभोक्ता का डाटा पटना से अपडेट किया जा रहा है। इसी वजह से समय से बिजली बिल उपभोक्तओं को नहीं मिल पा रही है। राजस्व वसूली के कार्य से क्षेत्र में होने के कारण लगातार दफ्तर से बाहर रहना पड़ता है। इसलिए कभी-कभार समय से दफ्तर नहीं पहुंच पाता हूं। प्रेम राज, एसडीओ बिजली विभाग किशनगंज।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.